धीरज जॉनसन दमोह
दमोह।गौशालाओं के सुचारू संचालन से लोगों को रोजगार के अवसर मिलने लगे है, महिलाओं को भी आर्थिक सहायता प्राप्त होने लगी है इसके साथ ही एक नया काम और हुनर भी सामने आने लगा है।
शहर के स्थानीय निवासी जय कुमार खरे ने कुछ समय पूर्व नागपुर से गोबर और गौमूत्र से उत्पाद बनाने की ट्रेनिंग ली फिर जिले की एक निजी गौशाला एवं गोवंश संवर्धन केंद्र से कार्य शुरू किया इन्होंने बताया कि गोबर को सूखने के बाद चक्की से बारीक पीस कर पाउडर तैयार किया जाता है फिर जरूरत के मुताबिक जड़ी बूटियों को मिश्रित कर कच्चा माल तैयार करते है इसके बाद मशीन व सांचे की मदद से धूपबत्ती, साम्ररानी कप,दिए, हवन की लकड़ी इत्यादि बना रहे है और घर पर भी काम शुरू कर दिया है जहां महिलाएं भी काम सीख रही है। यहां काम कर रहीं नीता ने बताया कि यह काम कुछ समय पहले शुरू किया था अब सीख गए है बाजार से कलर- ब्रश,सांचे लाते है गोबर के दिये बना कर उसमें पेंटिंग भी करते है इसके बाद इन्हें बाजार में बेचा जाएगा।
न्यूज स्रोत:धीरज जॉनसन