भोपाल। उत्तर भारत में न्यूनतम तापमान काफी कम बना हुआ है। वहां से लगातार आ रही सर्द हवाओं के कारण राजधानी सहित पूरे प्रदेश में रात के तापमान में गिरावट होने लगी है। साथ ही प्रदेश के उत्तरी एवं पूर्वी क्षेत्र में सुबह के समय घना कोहरा भी छा रहा है। इसी क्रम में गुरुवार को प्रदेश में सबसे कम 5.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दतिया एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के 12 शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। राजधानी भोपाल में रात का तापमान 10.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो शहर का इस वर्ष जनवरी में सबसे कम तापमान रहा। उधर हिल स्टेशन पचमढ़ी में रात का पारा 9.8 डिग्री सेल्सियस पर रहा। गुरुवार सुबह रीवा एवं टीकमगढ़ में घने कोहरे की वजह से दृश्यता 50 मीटर रह गई। दमोह एवं जबलपुर में 200 मीटर और खजुराहो, ग्वालियर में 300 मीटर दृश्यता रही। उधर अरब सागर से कुछ नमी आने के कारण पूर्वी मध्यप्रदेश में कहीं-कहीं बादल भी छाने लगे हैं। जिसके चलते अनूपपुर, बालाघाट एवं सिवनी में वर्षा भी हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अशफाक हुसैन ने बताया कि वर्तमान में उत्तर भारत में कोहरा बना रहने के साथ ही न्यूनतम तापमान काफी कम बने हुए हैं। उधर शाम के समय हवाओं का रुख भी उत्तर-पूर्वी एवं उत्तर-पश्चिमी हो जाता है। उत्तर भारत की तरफ से आने वाली सर्द हवाओं के कारण रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। इस तरह की स्थिति अभी तीन-चार दिन तक बनी रह सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि प्रदेश के ग्वालियर, चंबल, रीवा, सागर, शहडोल, जबलपुर संभाग में सुबह के समय घना कोहरा छाया रहता है। हालांकि उत्तर-पश्चिमी राजस्थान एवं उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात मौजूद हैं। इसके अतिरिक्त लगभग 12 किलोमीटर की ऊंचाई पर वेस्टर्न जेट स्ट्रीम (पश्चिम से पूर्व की तरफ काफी तेज रफ्तार से बहने वाली हवाओं का समूह) भी मौजूद है। इसके प्रभाव से कोहरे का असर बरकरार बना हुआ है। इसके अलावा कर्नाटक से लेकर विदर्भ तक बनी एक द्रोणिका के असर से अरब सागर से कुछ नमी भी आ रही है। जिसके चलते गुरुवार को जबलपुर, शहडोल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बादल छा रहे हैं। साथ ही वर्षा होने के भी आसार बन गए हैं।