अयोध्या: अयोध्या में राम मंदिर के लिए करीब पांच शताब्दियों का इंतजार खत्म होने वाला है। 22 जनवरी को प्रधानमंत्री पूरे विधि विधान से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के मुख्य यजमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी होंगे। इस समारोह में देश की जानी-मानी हस्तियां जुटेंगी। जिसके चलते सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैंं। सुरक्षा व्यवस्थाओं के मद्देनजर यूपी पुलिस ने अयोध्या में 22 से 26 जनवरी को देखते हुए पुलिसकर्मियों के लिए एक आदेश जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में ड्यूटी देने वाले पुलिसकर्मी स्मार्ट फोन का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे।
पुलिस मुख्यालय लखनऊ द्वारा जारी किए निर्देशों के अनुसार, अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के वक्त संवेदनशील इलाकों में ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मी स्मार्ट फोन का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे, क्योंकि फोन का इस्तेमाल करते वक्त पुलिसकर्मी ड्यूटी पर ध्यान नहीं दे पाते। यह आदेश 22 से 26 जनवरी तक लागू रहेगा। अयोध्या को सुरक्षा के लिहाज से कई जोन में बांटा जाएगा, जबकि रेड और येलो जोन की ड्रोन से निगरानी की जाएगी। साथ ही पुलिस ने कई कंपनियों ने पुलिस से संपर्क किया है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के डेटाबेस पर काम करते हुए पूरे इलाके की सुरक्षा को और मजबूत करेंगी।
वहीं, पीएम की सुरक्षा में तीन डीआईजी, 17 एसपी, 40 एएसपी, 82 डीएसपी, 90 इंस्पेक्टर के साथ-साथ 1000 से ज्यादा कॉन्स्टेबल और 4 कंपनी पीएसी की तैनात की गई हैं। इसके अलावा एटीएस कमांडो और केंद्रीय सुरक्षाबल के जवानों को भी तैनात किया जाएगा। राम मंदिर में राम लला की मूर्ति स्थापना के लिए 22 जनवरी 2024 को 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक रहेगा. प्राण प्रतिष्ठा के लिए सिर्फ 84 सेकंड का मुहूर्त रहेगा।