Let’s travel together.

बालमपुर घाटी दोनों तरफ 4 4 मीटर तक चोडी हो जाएगी जिससे वाहन दुर्घटना में आएगी कमी

0 26

मुकेश साहू दीवानगंज रायसेन

भोपाल-विदिशा स्टेट हाइवे 18 की बालमपुर घाटी पर आए दिन हो रहे हादसों को रोकने के लिए एमपीआरडीसी ने टूटी हुई रेलिंग की जगह बारिश से पहले सीमेंट की बोरियां भरकर उसमें रेडियम लगवा दिए थे। ताकि सड़क हादसों पर अंकुश लगे और रास्ता स्पष्ट दिखाई दे सके।इसके लिए सड़क के गहरी खाई साइट वाले हिस्से पर सीमेंट की बोरियां भरकर रेडियम पट्टी लगाई गई थी, जबकि दूसरी तरफ घाटी के नीचे एक झरना पड़ता है। वह काफी गहरा है इस झरने में अभी तक तीन ट्राले पलट चुके हैं। घाटी के दोनों तरफ अंधे मोड़ है। इन अंधे मोड़ पर अक्सर दुर्घटना हो रही थी। एक तरफ रेलिंग लगाई गई थी। इसके बावजूद भी बालमपुर घाटी पर दुर्घटनाएं नहीं रख रही थी। आए दिन दुर्घटनाओं के कारण बार-बार रेलिंग टूट रही थी। जिसकी वजह से कई वाहन हादसों का शिकार होकर खाई में गिर चुके थे। जब कोई वाहन तेज स्पीड से नीचे उतरता है तो मोड होने के कारण ड्राइवर वाहन को मोड नहीं पता और वहान सीधा 10 फीट गिरी खाई में जाकर पलट जाता था। ज्यादातर वाहन चढ़ते वक्त पीछे रिवर्स होते हुए खाई में जाकर पलटते थे। बालमपुर घाटी पर अभी तक कई वाहन पलट चुके हैं जिनमें कई लोगों की जान भी जा चुकी है। बारिश के समय में बालमपुर घाटी पर ज्यादा ट्रक पलटते हैं ं बार-बार वाहन पलटने के कारण एमपीआरडीसी द्वाराअब बालमपुर घाटी पर चौड़ीकरण का काम प्रारंभ कर दिया है। 2 महीने से लगातार बालमपुर घाटी पर चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है जिस तरफ ज्यादा मोड़ और खाई है। उस तरफ रोड को चार-चार मीटर चौड़ा कर जा रहा है मीटररोड को चौड़ा करा जा रहा है बालमपुर घाटी के दोनों तरफ से 4 4 मीटर तक चोडी हो जाएगी जिससे वाहन दुर्घटना में कमी आएगी अभी बालमपुर घाटी की चौड़ाई कम होने के कारण ज्यादातर वाहन मोड पर उतरते और चढ़ते वक्त पलट जाते है। बालमपुर घाटी चोडी हो जाने से राहगीरों को सुविधा मिलेगी साथ ही दुर्घटनाओं में कमी आएगी।

इनका कहना हे –

बालमपुर घाटी को एमपीआरडीसी द्वारा चौड़ीकारण किया जा रहा है अब रहागिरो को इसकी सुविधा मिलेगी इस घाटी पर अक्सर हादसे होते रहते हैं रोड चौड़ा हो जाएगा तो हादसों में अंकुश लगेगा।

विनोद सिसोदिया बालमपुर घाटी निवासी

मैं बालमपुर घाटी पर ही रहता हूं। साल भर में कई हादसे बालमपुर घाटी पर हो चुके हैं। कई बार में और परिजनों ने घायलों को अस्पताल तक पहुंचा है। रात के समय वाहन चालक को अंधे मोड़ नहीं दिखते हैं। जिस कारण अक्सर वाहन बालमपुर घाटी पर पलट जाते हैं। कई बार हमने जेसीबी से घायलों को निकाला है।

फूल सिंह सिसोदिया निवासी बालमपुर घाटी

Leave A Reply

Your email address will not be published.

जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण की तैयारियों के लिए कार्यशाला आयोजि     |     सांची के शमशान को नही मिल सकी सडक,दलदल से होकर गुजरती हे शवयात्राएं     |     पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रभात झा के निधन से भाजपा संगठन में शोक की लहर: अपूरणीय क्षति, अनमोल योगदान की सदैव रहेगी स्मृति     |     महामाया चौक सहित, कई कलोनियों में जलभराव, बीमाऱी हुई लाइलाज,विधायक जी के निवास के आसपास भी जलभराव     |     नाले में अधिक पानी आने से ऑटो बह गया चालक ने कूद कर बचाई जान,विद्यार्थियों को स्कूल छोड़कर वापस आ रहा था ऑटो     |     बाग प्रिंट कला: मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर,श्रीमती सिंधिया ने मध्यप्रदेश के हस्तशिल्पियों को सराहा     |     पौधे लगाने के बाद बची पॉलीथिन थेली को एकत्र कराकर बेचने से प्राप्त राशि से पौधों की रक्षा के लिए खरीदेंगे ट्री गार्ड     |     उप-मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने श्री प्रभात झा के निधन पर व्यक्त किया शोक, कहा राजनैतिक जगत और समाज के लिए अपूरणीय क्षति     |     मप्र भाजपा के पूर्व अध्यक्ष प्रभात झा का लम्बी बीमाऱी के बाद मेदांता अस्पताल में निधन     |     ग्राम अम्बाड़ी में गिरी कच्चे घर की दीवार बाल बाल बचा बड़ा हादसा     |    

Don`t copy text!
पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9425036811