हेमेंद्रनाथ तिवारी उज्जैन
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कुमार पुरुषोत्तम एवं पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने अधिकारियों के साथ शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय में मतगणना स्थल का व्यापक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित ढंग से करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री को निर्देश दिये कि मतगणना कक्षों एवं बेरिकेट्स शनिवार तक पूर्ण करने के निर्देश दिये ताकि शीघ्र ही व्यवस्थाओं का पुन: जायजा लिया जा सके। मतगणना स्थल के इंजीनियरिंग कॉलेज भवन के चारों तरफ 100 मीटर की दूरी पर बेरिकेट्स लगाने के निर्देश दिये।
मतगणना स्थल पर मतगणना एजेन्टों और अभ्यर्थियों तथा मतगणना में ड्यूटीरत अधिकारी-कर्मचारियों आदि की इंट्री अलग-अलग स्थानों से दिये जाने के निर्देश दिये।
कलेक्टर एवं एसपी ने व्यवस्थाओं के साथ-साथ यातायात व्यवस्था के सम्बन्ध में भी सम्बन्धितों को निर्देश दिये। मीडिया कक्ष के साइड में प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का प्रवेश दिये जाने के निर्देश दिये। इंट्री करने वालों के प्रवेश-पत्र की चेकिंग कर मोबाइल अन्दर न ले जायें, इसके लिये चेकिंग पाइंट पर टेन्ट लगाकर जिम्मेदार व्यक्तियों की ड्यूटी लगाई जाये, ताकि सम्बन्धितों के मोबाइल एक स्थान पर व्यवस्थित रखे जायें। इसके बाद कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने अधिकारियों के साथ जिले की सातों विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के मतगणना कक्षों का निरीक्षण कर सम्बन्धितों को सुव्यवस्थित व्यवस्था करने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान कंट्रोल रूम का भी निरीक्षण कर ड्यूटीरत कर्मचारियों से चर्चा कर उन्हें आवश्यक निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान उप जिला निर्वाचन अधिकारी एम एस कवचे, उज्जैन उत्तर एवं दक्षिण के आरओ तथा एडीएम अनुकूल जैन सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी आदि उपस्थित थे।
डाक मतपत्रों की मतगणना का विस्तार से प्रशिक्षण
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कुमार पुरुषोत्तम की उपस्थिति में जिले की सातों विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के आरओ एवं एआरओ को ईवीएम, ईटीपीबीएस (इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसमिटेड पोस्ट बैलेट सिस्टम) एवं डाक मतपत्रों की मतगणना का विस्तार से प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण के दौरान कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिये कि मतगणना के दौरान किसी भी प्रकार की जल्दबाजी न करें और अपने मन से कुछ भी फैसला न लें। जो भी फैसला लेना है वह आयोग के नियमों-निर्देशों के तहत ही किया जाये। सभी राजनैतिक दल के पदाधिकारी, अभ्यर्थी एवं उनके गणना एजेन्टों को मतगणना के सम्बन्ध में शीघ्र ही विस्तार से प्रशिक्षण दिया जायेगा। आयोग के दिशा-निर्देशों के तहत मतगणना कक्ष में किसी को भी मोबाइल ले जाना प्रतिबंधित किया है। मतगणना कक्ष में केवल सम्बन्धित विधानसभा क्षेत्रों के आरओ एवं एआरओ को ही मोबाइल ले जाने की अनुमति दी जायेगी। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने समस्त आरओ को निर्देश दिये हैं कि वे गणना अभिकर्ताओं को मतगणना कक्ष में गणना के पूर्व आयोग के दिशा-निर्देश व नियम जरूर बता दें। अभिकर्ताओं को शीघ्र ही प्रशिक्षण दिया जायेगा।
सभी गणना अभिकर्ता, अभ्यर्थी एवं उनके निर्वाचन अभिकर्ताओं को फोटोयुक्त परिचय-पत्र मतगणना स्थल पर लाना अनिवार्य होगा। बगैर फोटोयुक्त परिचय-पत्र के बिना मतगणना स्थल पर प्रवेश नहीं दिया जा सकेगा। प्रवेश के दौरान अपने निर्धारित कक्ष एवं टेबल के सामने बैठना होगा, न कि इधर-उधर विचरण। उक्त गणना अभिकर्ता आदि मतगणना स्थल पर एक घंटे पूर्व आना अनिवार्य होगा। सभी गणना अभिकर्ता आयोग के निर्देश तथा सुरक्षा नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।
निम्न व्यक्ति अभ्यर्थी के गणना प्रतिनिधि नियुक्त नहीं होंगे
प्रशिक्षण के दौरान आरओ व एआरओ को बताया गया कि मतगणना स्थल पर अभ्यर्थियों के गणना प्रतिनिधि निम्न व्यक्ति नियुक्त नहीं किये जा सकेंगे जैसे- केन्द्र सरकार या राज्य सरकार के आसीन मंत्री, संसद के सदस्य या राज्य विधानसभा के सदस्य, नगर निगम के महापौर या नगर पालिका/जिला परिषद/पंचायत संघ के अध्यक्ष, केन्द्रीय उपक्रमों/राज्यीय उपक्रमों, सरकारी निकायों/निगम के अध्यक्ष और सदस्य, सरकार से किसी प्रकार का मानदेय या किसी भी सरकारी/सरकार से अनुदान प्राप्त संस्थान में अंशकालिक काम करने वाले व्यक्ति, शासकीय अनुदान प्राप्त संस्थानों में काम करने वाले, पैरामेडिकल/स्वास्थ्यकर्मी, उचित मूल्य की दुकान के डीलर्स एवं आंगनवाड़ी कर्मचारी, शासकीय सेवारत व्यक्ति। किसी भी ऐसे व्यक्ति को जिसे राज्य, केन्द्र, सरकारों द्वारा सुरक्षा घेरा प्रदान किया गया हो तो उन्हें निर्वाचन अभिकर्ता या उम्मीदवार के गणना अभिकर्ता के रूप में नियुक्त नहीं किया जायेगा, चाहे वो अपनी सुरक्षा को समर्पित कर दे या छोड़ दे और इस तरह के व्यक्ति अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ या उनके बिना गणना हॉल में दाखिल नहीं हो सकते हैं।
मतगणना के पहले पोस्टल बैलेट की गणना होगी
मतगणना रविवार 3 दिसम्बर को शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में होगी। ईवीएम की वास्तविक मतगणना के पहले पोस्टल बैलेट की गणना की जायेगी। इसके बाद ईवीएम की वास्तविक मतगणना प्रारम्भ होगी। जिले में पोस्टल बैलेट के माध्यम से 9988 मतदाताओं ने मतदान किया था। इसमें 7813 मतदानकर्मी एवं 1722 होम वोटर (80+ एवं दिव्यांगजन) तथा अन्य जिले के 453 मतदाताओं ने पोस्टल बैलेट से मतदान किया था, जिनकी गणना वास्तविक मतगणना के पहले की जायेगी। नागदा-खाचरौद में पोस्टल बैलेट के माध्यम से 1031, महिदपुर में 638, तराना में 1489, घट्टिया में 702, उज्जैन उत्तर में 1717, उज्जैन दक्षिण में 3608 तथा बड़नगर विधानसभा क्षेत्र में 803 मतदाताओं ने अपना मतदान किया है। मतगणना परिणामों का चक्रवार उद्घोषणा की जायेगी।
मतगणना के प्रत्येक कक्ष में 14 टेबल रहेगी
एक विधानसभा के लिये एक मतगणना कक्ष निर्धारित किया गया है। प्रत्येक मतगणना कक्ष में 14-14 टेबल रहेगी। एक टेबल पर तीन व्यक्ति होंगे, जिनमें एक गणना सुपरवाइजर, एक गणना सहायक और एक माइक्रो ऑब्जर्वर होगा। प्रत्येक मतगणना टेबल पर एक मतगणना माइक्रो ऑब्जर्वर रहेंगे। माइक्रो ऑब्जर्वर अपनी टेबल के लिये मतगणना प्रक्रिया की परिशुद्धता के लिये जिम्मेदार होंगे। माइक्रो ऑब्जर्वर अपनी टेबल पर ईवीएम द्वारा प्रदर्शित प्रत्येक दौर में गणना किये जा रहे मतों का ब्यौरा दर्ज करेंगे। मतगणना का कार्य निरन्तर चलता रहेगा। एक चक्र की गणना पूर्ण होने के उपरांत ही अगले चरण के लिये ईवीएम गणना हेतु गणना कक्ष में लाई जायेगी। सम्पूर्ण गणना प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जायेगी। सम्पूर्ण गणना प्रक्रिया के दौरान अभ्यर्थी उनके निर्वाचन अभिकर्ता एवं गणना अभिकर्ता अवलोकन कर सकेंगे।
प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर्स डॉ.विजय सुखवानी, डॉ.संदीप नाडकर्णी, एनआईसी के धर्मेन्द्र जैन आदि ने दिया और समस्त आरओ, एआरओ आदि अधिकारियों को वीवीपेट की मतगणना, गणना प्रारम्भ, वीवीपेट मतगणना हॉल, कंट्रोल युनिट द्वारा मतगणना एवं कंट्रोल युनिट में त्रुटि पाये जाने पर क्या किया जाना चाहिये, माइक्रो ऑबजर्वर आदि बिन्दुओं पर विस्तार से मतगणना की बारिकियों से अवगत कराया। प्रशिक्षण के दौरान जिला पंचायत सीईओ मृणाल मीना, उप जिला निर्वाचन अधिकारी एम एस कवचे तथा सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के आरओ, एआरओ आदि उपस्थित थे।