मुकेश साहू दीवानगंज रायसेन
मध्य प्रदेश सरकारी संयुक्त मोर्चा कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर प्रदेशभर की सहकारी संस्थाओं पर ताले पड़ गए हैं. प्रदेश में इनके बंद होने से किसानों को मिलने वाली यूरिया खाद, कृषि ऋण अधर में आ गया है. वहीं दूसरी ओर गेहूं-चावल के लिए आम उपभोक्ताओं को परेशान होना पड़ रहा है. कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें शासकीय कर्मचारियों का दर्जा दिया जाए. साथ ही नियमित वेतनमान मिले और पेंशन की सुविधा दी जाए. इसको लेकर रायसेन जिले में सहकारी समितियों के कर्मचारियों ने 16 अगस्त हड़ताल पर चले गए हैं हड़ताल अनिश्चितकाल के लिए चल रही है शनिवार तक हड़ताल के 18 दिन पूरे हो गए हैं आगे भी निश्चित नहीं है की हड़ताल कब तक चलती रहेगी
दरअसल सहकारी समिति संयुक्त मोर्चा कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर प्रदेश भर के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. प्रदेशव्यापी हड़ताल के चलते गांव-गांव में खुलने वाली राशन दुकानें 16 अगस्त से बंद हैं. इससे किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा दूसरी और कम कीमत में मिलने वाला गेहूं-चावल नहीं मिलने से उपभोक्ताओं को राशन बाजार से महंगे दामों पर खरीदना पड़ रहा है. इससे आम लोगों की परेशानी बढ़ गई है. कई उपभोक्ता सोसाइटियों के चक्कर लगा रहे हैं मगर सोसाइटियों में ताला लटका हुआ है अभी किराने की दुकानों पर हर समाज महंगाई की नई ऊंचाई छू रहा है आटा 30 किलो पहुंच गया है दाल भी 150 से ऊपर चल रही है मुफ्त में अनाज नहीं मिल पाने के कारण गरीब व्यक्ति ऊंचे दामों पर किराना दुकानों से सामान खरीद कर अपने घर के परिवार का पालन पोषण कर रहा है अगर हड़ताल जल्दी खत्म नहीं हुई तो गरीब व्यक्ति की ओर परेशानी बढ़ सकती है
Udyam Registration Number : UDYAM-MP-35-0005861
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