अफसर और ठेकेदार जिम्मेदार
रायसेन से शिवलाल यादव
रायसेन से भोपाल सड़क उखड़ी लोगों को आवागमन हो रही परेशानी।अरे मंत्रीजी अब कुछ तो शर्म करो….. रायसेन शहर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी की पहल पर फोरलेन सड़क चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण का ठेका हरियाणा के सड़क ठेकेदार इंद्रपाल सिंह जिंदल को पीडब्ल्यूडी डिवीजन रायसेन को दिया गया है।इस फोरलेन सड़क चौड़ीकरण का ठेकेदार जिंदल हरियाणा सड़क एंड कंपनी को 53 करोड़ रुपये की लागत से दिया गया है।
जिला मुख्यालय रायसेन से राजधानी भोपाल को जोड़ने वाली सड़क गड्ढों में तबदील हो गई है।संजय नगर चोपड़ा मोहल्ले के पास तो सड़क का बड़ा हिस्सा ही गायब हो गया है। इसके अलावा 3.5 किमी लंबी सड़क मे जगह-जगह छोटे बड़े गड्ढे उभर रहे हैं।इन सब के बावजूद पेंचवर्क तो दूर जिम्मेदारों गड्ढे भरवाने का काम भी नहीं किया जा रहा है। इसलिए रायसेन-भोपाल के बीच यात्रा करने वाले लोगों को आने जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।ये स्थिति बीते 6 महीने से बनी हुई हैं। इसके बावजूद सड़क चलने लायक बनी रहे।जिम्मेदारों का इस पर ध्यान ही नहीं हैं। इसी तरह की उपेक्षा के कारण सड़क के कई हिस्सों पर गड्ढे उभर आए हैं।
इसी तरह शहर के अंदर भी बड़ी संख्या में सड़कें खराब पड़ी हुईं हैं।लेकिन उनका निर्माण नहीं कराया जा रहा है।इसलिए लोग परेशान हैं। इतना ही नहीं नगरपालिका के पास वेतन बांटने के लिए पैसे नहीं हैं
इससे शहर की सड़कों में सुधार और निर्माण कार्य भी नहीं कराए जा रहे हैं। इन सबके चलते शहरवासियों की परेशानी बड़ी हुई हैं।
मुख्य मार्ग से एप्रोच रोड के सभी जगह जोड़ भी खराब……
शहर के मुख्य मार्गों से अंदर जाने वाली सड़कों के जोड़ भी कई जगह क्षतिग्रस्त हो गए हैं।नाई फोरलेन सड़क में5-6 जगह से दरक चुकी है। इससे शहर के अंदर की सड़कों से मुख्य मार्ग पर आने-जाने में काफी परेशानी होती हैं। इन जोड़ों पर गड्ढे और खराब सड़क के कारण शहर के हजारों लोग परेशान हो रहे हैं।
ऐसा सालों से होता आ रहा है इसके बावजूद जिम्मेदारों ने शहरवासियों की परेशानी का समाधान करने के लिए काम तो दूर की बात है प्रयास ही नहीं किए गए।रायसेन शहर के अंदर की सड़कें भी खराब गिटि्टयां भी निकल रहीं हैं।शहर के अंदर की नपा रायसेन, पीडब्ल्यूडी की सड़कों की स्थिति में ठीक नही हैं। अधिकतर कालोनी और मोहल्लों में कराई गईं सीसी सड़कों से गिटिट्यां निकल रही हैं, तो कहीं उखड़ी हुई सड़कों से धूल उड़ रही है।
इस तरह से शहर के अंदर की सड़कों की स्थिति भी लोगों की आवाजाही में परेशानी का कारण बन रही है, लेकिन इन सड़कों से दिन भर उड़ने वाली धूल से रहवासी परेशान हैं। उनकी समस्याओं को लेकर जन प्रतिनिधि हों या नपा प्रशासन सब उदासीन बने हुए हैं।
गोपालपुर से टोल नाके तक भी अधूरी…..
शहर के गोपालपुर से टोल नाके तक 6.5 किमी की सड़क का निर्माण किया जा रहा है। सड़क का निर्माण अधूरा होने से शहर की 50 हजार से अधिक आबादी परेशान हो चुकी है। इस सड़क पर सबसे अधिक परेशानी सागर तिराहे से लेकर मुखर्जीनगर तक हो रही है।
यहां सड़क की एक साइड का निर्माण अधूरा छोड़ दिया गया…..
सागर भोपाल स्टेट हाइवे पर नगर के दूसरे पेट्रोल पंप से लेकर श्रीराम परिसर स्वास्थ्य मंत्री के बंगले तक सिंगल सड़क ठेकेदार के कर्मचारियों द्वारा बनाई गई है।जिससे आएदिन सड़क जाम के हालात बने हुए हैं।वहीं छोटे बड़े आएदिन सड़क एक्सीडेंट हो रहे हैं।सड़क के दोनों तरफ हो रहे नाला निर्माण में नाले की जगह नाली निर्माण कराई जा रही है।ताज्जुब की बात तो यह है कि नाले में ढलाव कहीं भी नहीं जा रहा है।व्यापारियों प्रशांत अग्रवाल अंकुर जैन, गौरव चौबे पुष्पेंद्र सिंह, राहुल नागले का कहना है कि नालों का निर्माण घटिया स्तर का कराया जा रहा है।जिम्मेदार अधिकारी चल रहे निर्माण कार्यों की मॉनिटरिंग करने तक नहीं जाते हैं।जिससे सड़क ठेकेदार जिंदल के हौसले बुलंद हो रहे हैं।सुस्त रफ्तार से चल रहे निर्माण कार्य से ट्रेफिक में वाहन चालकों समेत अवाम को बहुत अधिक परेशानी हो रही है। यहां तक खुली गिटिट्यां पड़ी होने और वाहन स्लिप होने से लोग गिरकर घायल हो रहे हैं । यह स्थिति महीनों से बनी हुई है, इससे जिम्मेदार बेखबर है।