शिवलाल यादव
रायसेन। महंगाई बढ़ने से घर का बजट बिगड़ गया है। पहले पांच सौ रुपये में एक सप्ताह के लिए दो थैला भरकर सब्जियां व फल लाते थे। अब एक थैला भी नहीं भरता। सभी सब्जियों के दाम 40 से 50 रुपये प्रति किलो से अधिक हैं। यहां तक कि ककड़ी, टमाटर और नींबू भी सलाद से गायब हो चुके है। खास बात यह है कि किसानों को यह बढ़े हुए दाम नहीं मिल रहे।महंगाई बढ़ने से घर का बजट बिगड़ गया है। पहले पांच सौ रुपये में एक सप्ताह के लिए दो थैला भरकर सब्जियां व फल लाते थे। अब एक थैला भी नहीं भरता। सभी सब्जियों के दाम 40 रुपये प्रति किलो से अधिक हैं। यहां तक कि ककड़ी, टमाटर नींबू भी सलाद से गायब हो गए है। खास बात यह है कि किसानों को यह बढ़े हुए दाम नहीं मिल रहे। खेतों से किसानों से कम दाम पर सब्जियां खरीदकर बिचौलिया ज्यादा मुनाफा कमा रहे हैं। किराना सामान भी बहुत महंगा हो गया है। सोयाबीन खाद्य तेल 170 से 180 रुपये लीटर बिक रहा है। सब्जियों की बात करें तो महंगे नीबू ने दांत खट्टे कर दिए हैं। वर्तमान में नींबू जहां दो सौ रुपये किग्रा चल रहे हैं। एक नींबू की कीमत सात से दस रुपये है।
ज्यादा महंगी है रसोईगैस…
रसोईगैस सिलेंडर पर सब्सिडी पहले ही खत्म कर दी थी। रसोई गैस एक हजार रुपये के ऊपर है। तेल कोरोना संक्रमण की पहली लहर के मुकाबले दोगुने भाव पर है। पेट्रोलियम के दाम बढ़ने से हर चीज वस्तु महंगी हुई है। अब अपनी जरूरतों को कम करके जैसे-तैसे काम चला रहे हैं।अर्चा सिंह, राजपूत गृहिणी
हर माह बढ़ जाते हैं दाम…..
हर माह महंगाई बढ़ रही है। खाद्य पदार्थों व सब्जियों-फलों के दाम चाहे जब बढ़ जाते हैं। वर्तमान में कोई भी हरी सब्जी 40 रुपये प्रति किलो से कम नहीं है।महंगाई की वजह से सलाद का उपयोग भी कम हो गया है।-वंदना श्रीवास्तव गृहिणी पाटनदेव
इतनी महंगाई में घर चलाना मुश्किल……
घर-परिवार में उपयोग की सभी सामग्री महंगी हो गई है। इतनी महंगाई में घर चलाना मुश्किल हो रहा है। पहले पांच हजार रुपये महिने में घर चल जाता था अब दस हजार रुपये भी कम पड़ रहे हैं।सपना अहिरवार गृहिणी।
देखने पड़ रहे दाम.….
पहले घर के किराना सामान के साथ ड्राय फ्रूट भी लाते थे। अब किराना सामान ही इतना महंगा हो गया है कि ड्राय फ्रूट लाना बंद करना पड़ा है। काजू, किशमिश, बादाम, अखरोट नहीं ला रहे। वहीं अन्य सामग्री दाम देखकर ही ले रहे हैं।शालिनी माहेश्वरी, गृहिणी।
कीमतें कम होना चाहिए
घर-परिवार में उपयोगी खाद्य पदार्थों के दाम कम होना चाहिए। सभी सब्जियों से लेकर आवश्यक खाद्य सामग्री की उत्पादन बढ़ाना चाहिए और कीमतों में कमी की जाए। जिससे कि आम आदमी को राहत मिल सके।-कृष्णा ठाकुर , गृहिणी
बिगड़ गया है, पूरा बजट
महिलाएं रसोई की व्यवस्था करने में परेशान हैं। सब्जी, दूध, फल, किराना सामान, खाद्य तेल सभी के दाम बढ़ गए हैं। हमने किराना सामान में अचार, पापड़ में कटौती कर दी है। पूरा बजट बिगड़ गया है।प्रेमलता वर्मा, गृहिणी
किराना सामानों ने बढ़ाया रसोई का खर्च
आसमान छू रहे सब्जियों के दाम पालक 80 रुपये किलो में मिल रहा…..
किराना से लेकर सब्जी के दाम आम लोगों की जेब पर भारी….
रोजमर्रा की जरूरी वस्तुएं 30 से 40 फीसद महंगी हुुई रसोई गैस तेल मसालों ने बिगाड़ा रसोई का जायका