रिपोर्ट धीरज जॉनसन,दमोह
दमोह जिले में पिछले दो दिन से हुई बारिश से जहां निचले स्थानों तक पानी पहुंच गया वहीं किसानों द्वारा लगाई गई फसलों को भी नुकसान पहुंचा।
ब्यारमा नदी का बढ़ा जल स्तर
स्थानीय नदी ब्यारमा का जल स्तर भी बढ़ जाने से नदी किनारे के गांवों तक पानी पहुंच गया जो खेतों और घरों में भी प्रवेश कर गया, गनीमत तो यह रही कि बारिश थमने से शुक्रवार को धीरे धीरे पानी कम होने लगा और लोगों ने राहत की सांस ली।
ग्राम नोहटा के निकट रोहणी के आस पास पानी भरा रहा जो कुछ घंटो के बाद कम हुआ,निकट के ग्राम लल्लूपुरा से भी कुछ लोगों को रेस्क्यू किया गया। बनवार से दमोह सड़क मार्ग के बीच छोटी पुलियों के ऊपर पानी रहा तो सलैया में गांव में पानी भरा रहा और खरेड़ा में भी खेत खलिहान और घरों तक पानी भरा रहा।
पटेरा जनपद के गांव पालार्जुनी, कोटा, इमलिया,सिंगपुर, रमगढ़ा, हरदुआ, रेवंझाघाट, मुआरी गांव तक पानी पहुंचने के कारण सड़क मार्ग से इनका संपर्क बंद रहा।खमरखौर,दादपुर, हरदुआ,इटवा छक्का में भी ब्यारमा नदी का पानी भर गया और कहीं कहीं नावों की मदद ली गई,ग्राम रनेह के पास भी पानी की बाढ़ को देखते हुए सुरक्षा के इंतजाम किए गए।
बटियागढ़ के गढौला खांडे, खिरिया मोजे में भी हालात खराब हुए पर उन्हे ठीक किया गया।मझगुंवा हंसराज से शैलेंद्र सिंह और ग्राम भजिया से राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि अत्यधिक बरसात से फसलों को तो नुकसान हुआ है पर जहां जहां धान की रोपाई की गई वहां इनके खराब होने की ज्यादा संभावना है और पानी में डूब जाने के कारण फसल बर्बाद हो सकती है।
पिपरिया नवल में टूटा छोटा पुल
जिला मुख्यालय से लगभग 40 किमी दूर पिपरिया नवल से लखनी, हिनोती, मझगुंवा,बहेरिया गांव की ओर जाने के लिए सुन्न नदी पर बना छोटा पुल टूट गया जिससे अब यहां के ग्रामीणों को कछवारा महादेव घाट मुख्य मार्ग से होकर ही जाना पड़ेगा। ग्रामीणों का कहना था कि तेज बहाव में पानी आपूर्ति की पाइप लाइन भी बह गई जिसे ठीक होने में समय लग सकता है।