रिपोर्ट धीरज जॉनसन,दमोह
पिछले कुछ दिनों से जिले के विभिन्न स्थानों पर कम बारिश होने से उमस के साथ साथ खेतों पर भी इसका प्रभाव सामने आ रहा है,किसान भी चिंतित होने लगे है क्योंकि उन्होंने फसल तो लगा दी है पर पानी की कमी से धरती सूखने लगी है जिसके लिए अभी से सिंचाई करना पड़ सकती है कहीं कहीं तो स्प्रिंकलर चलते हुए दिखाई देने लगे है।
ग्राम भजिया से राहुल बताते है कि खेत में धान की रोपाई हो चुकी है परंतु पानी न गिरने से जमीन में दरार आने लगी है जो फसलों के लिए नुकसानदायक है क्योंकि इस समय जमीन में नमी होना चाहिए अगर समय पर बारिश नहीं हुई तो नुकसान संभव है।
ग्राम भौंरसा से राहुल ने बताया कि देर से बारिश हुई इसलिए खेती के लिए तैयारी भी देर से शुरू हुई खेतों में अभी भी आगमी फसल की तैयारी के लिए ट्रैक्टर बखन्नी करते दिखाई दे जाते है,जो फसल लग चुकी है उन्हें पानी की आवश्यकता है इसलिए स्प्रिंकलर से पानी दिया जा रहा है।
ग्राम पिपरिया नवल से महेंद्र बताते है कि बारिश हुई तो रोपाई कर दी अब पानी नहीं गिर रहा है जिससे जमीन में दरार आने लगी है फसल भी सूखने लगी है किसान चिंतित है। अगर फसलों को समय से पानी नहीं मिलेगा तो तो वे खराब होंगी और किसान पर अतिरिक्त बोझ भी बढ़ेगा।
दमोह जिले में अभी तक 324.2 मि.मी. अर्थात 12.7 इंच औसत वर्षा दर्ज हुई है, जिले के दमोह वर्षामापी केन्द्र पर 387 मि.मी., हटा में 255 मि.मी., जबेरा में 429 मि.मी.,पथरिया 286 मि.मी.,तेंदूखेड़ा में 372.8 मि.मी., बटियागढ़ 210 मि.मी. तथा पटेरा में 314 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है।