भोपाल। बागसेवनिया इलाके में उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के विजय सिंह और तेजभान सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह दोनों बदमाश नर्मदापुरम रोड स्थित निरूपम शापिंग माल में आइसीआइसीआइ बैंक में नकली सोना के जेवरात गिरवी रखकर ऋण लेने पहुंचे थे। जब बैंक प्रबंधन ने जेवरात की जांच कराई तो नकली निकले।
बाद में बैंक प्रबंधन ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने दोनों सदस्यों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया और एक दिन की रिमांड पर लिया है। दोनों बदमाश पुलिस को गुमराह कर रहे हैं। कभी वह खुद को जौनपुर तो कभी जालौन जिला, यूपी का निवासी बता रहे हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपितों के दो साथी भागने में कामयाब हो गए हैं।
बागसेवनिया थाना प्रभारी संजीव चौकसे ने बताया कि पेवल वे फेस-1 बागमुगालिया निवासी 30 वर्षीय प्रणय सरवैया आइसीआइसीआइ बैंक की निरूपम शापिंग माल नर्मदापुरम रोड बैंक शाखा में पब्लिक रिलेशनशिप अधिकारी हैं। उन्होंने बताया कि 17 जुलाई को दोपहर करीब ढाई बजे दो युवक उनकी बैंक में पहुंचे।
उन्होंने कहा कि पांच लाख रुपयों की जरूरत है। वह सोने के जेवरात गिरवी रखना चाहते हैं। जब बैंक प्रबंधन ने उनका नाम और पता पूछा तो उन्होंने बिना मांगे ही अपने आधार कार्ड निकालकर दे दिए।
कार्ड पर उनके नाम विजय सिंह और तेजभान सिंह लिखे थे। बाद में उन्होंने सोने की चार चूड़ियां, एक चैन और अंगूठी दी। बैंक प्रबंधन ने जेवरात की जांच कराई तो वह नकली निकले। बैंक प्रबंधक ने इसकी सूचना बागसेवनिया पुलिस को दी। पुलिस ने बैंक पहुंचकर दोनों आरोपितों को हिरासत में ले लिया। उनके खिलाफ बैंक की शिकायत पर धोखाधड़ी की धाराओं में एफआइआर दर्ज की गई है।
टीआइ संजीव चौकसे ने बताया कि आरोपित बेहद शातिर हैं। उनके पास से मिले आधार कार्ड भी नकली लग रहे हैं। जांच कराई जा रही है। उनके पते की पहचान के लिए यूपी के जौनपुर से पता करवा रहे हैं। पूछताछ में सामने आया है कि यह घूमने के बहाने भोपाल आए थे। पहले भी वह बैंकों में नकली सोना गिरवी रखकर ऋण ले चुके हैं। इसी लालच में वह दोबारा भोपाल आ गए और पकड़े गए।
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