ग्वालियर। खाटू श्याम मंदिर लाइन नंबर एक के प्रागंण में आयोजित कथा नानी बाई को मायरो में जया किशोरी ने करुणामयी कृपामयी भजन से मंगलवार को कथा की शुरूआत की। उन्होंने दूसरों के काम में कमी निकालने वाले लोगों पर व्यंग्य करते हुए कहा कि समाज में कुछ ऐसे प्रतिष्ठित लोग होते हैं, जो जिंदगी में एक भी ढंग का काम नहीं करते हैं, लेकिन दूसरों की गलती निकालने में सबसे आगे रहते हैं। हमें ऐसे लोगों की परवाह किए बगैर अपने काम को निष्ठा से करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक अच्छा आदमी दूसरे अच्छे आदमी की प्रशंसा सहन नहीं कर सकता है, लेकिन भगवान अपने भगत के सत्कामों से प्रसन्न होते हैं। संगत का लाभ मिलता है नरसी भगत की भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान ने उनके सारे काम बनाए। नरसी की भक्ति के प्रभाव से न सिर्फ नरसी को बल्कि उनके मित्र को भी भगवान के दर्शन हो गए। जयोकिशोरी ने कहा कि अगर हमारी संगत अच्छी है तो हमें भी उसका लाभ मिलता है, जिस प्रकार नरसी के मित्र को भी नरसी की वजह से भगवान के दर्शन के मिले थे। इसलिए कहा गया कि अच्छी संगत का असर हमेशा अच्छा होता है। दोस्ती अच्छी होगी तो जीवन में अच्छे बदलाव होंगे।
भगवान पर भरोसे से होंगे सब काम..
जया किशोरी ने कहा कि यदि आप सच्चे मन से भगवान पर विश्वास रखकर उनेसे प्रार्थना करोगे तो वो काम आपका नहीं रहेगा, उसे पूरा करने की जिम्मेदारी खुद भगवान ले लेंगे, लेकिन संसारी लोगों से मांगोगे तो वे आपको देंगे तो कुछ नहीं, बल्कि आपकी खिल्ली उड़ाएंगे। भगवान नरसी की गाड़ी ठीक करने खुद पहुंचे और बदले में सिर्फ भजन सुना। इसलिए भगवान का भजन करो, वह आपको वो सब कुछ दे देगा जिसकी आपने कल्पना भी नहीं की होगी। उन्होंने कहा कि भक्ति का अर्थ यह नहीं कि अपना काम करना छोड़ दो। यदि परीक्षा देना है तो पढ़ाई करनी होगी, बिना पढ़े भगवान भी पास नहीं करते, क्योंकि जो अच्छे नंबर लाने के लिए मेहनत कर रहे हैं, यह उनके साथ अन्याय होगा।
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