रिपोर्ट देवेश पाण्डेय सिलवानी रायसेन
प्रतापगढ़ कस्बा में 459 बलिदान दिवस मनाया प्रतापगढ़ चौराहा नामकरण होने के बाद प्रथम बार कार्यक्रम हुआ कार्यक्रम में कन्याओ द्वारा पूजा अर्चना की नीलमणि शाह द्वारा वीरांगना रानी दुर्गावती निडरता का उल्लेख किया रानी दुर्गावती हमारे देश की वो वीरांगना है, जिन्होंने अपने राज्य की रक्षा के लिए मुगलों से युद्ध कर वीरगति को प्राप्त हो गई । वे बहुत ही बहादुर और साहसी महिला थीं, जिन्होंने अपने पति की मृत्यु के बाद न केवल उनका राज्य संभाला बल्कि राज्य की रक्षा के लिए कई लड़ाईयां भी लड़ी. हमारे देश के इतिहास की बात की जाये तो बहादुरी और वीरता में कई राजाओं के नाम सामने आते है, लेकिन इतिहास में एक शक्सियत ऐसी भी है जोकि अपने पराक्रम के लिए जानी जाती है वे हैं रानी दुर्गावती. रानी दुर्गावती अपने पति की मृत्यु के बाद गोंडवाना राज्य की उत्तराधिकारी बनीं, और उन्होंने लगभग 15 साल तक गोंडवाना में शासन किया. कार्यक्रम में भारतीय वीरगंना रानी दुर्गावती अपने राज्य के प्रति त्याग और बलिदान के लिए प्रसिद्ध हैं. अपने राज्य की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया था. अपने पति की मृत्यु के बाद न सिर्फ वह गोंडवाना जिले की शासक बनी बल्कि 15 वर्षो आदर्श शासन प्रदान किया. रानी दुर्गावती के शासन को गोंडवाना का स्वर्णिम काल भी कहा जाता हैं।
रानी दुर्गावती का व्यक्तित्व विभिन्न पहलुओं के साथ था. वह सुंदर और बहादुर थी और प्रशासनिक कौशल के साथ एक महान विद्वान महिला थी. उसके आत्म-सम्मान ने उन्हें अपने दुश्मन के सामने आत्मसमर्पण करने के बजाय मौत तक लड़ने के लिए मजबूर किया कार्यक्रम में सरपंच प्रतिनिधि पप्पू ,सरपंच प्रतिनिधि राजेश राय शिवराज सरपंच,विजय पटैल जयस जिलाअध्यक्ष, रामलाल उइके, कैलाश तुमराम पूर्व जनपद सदस्य, हर्ष प्रताप सरपंच, ब्रजेश , गोविंद पटेल, राजकुमार, सलमान, अर्जुन इरपाचे आदि बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।