जबलपुर। कबाड़ से जुगाड़ कर बनाई गई कलाकृतियां शहर के 50 वार्डों की शोभा बढ़ाएगी। कबाड़ युक्त वाहन व अन्य सामग्री से छत्तीसगढ़ के कलाकारों द्वारा हाथ से बनाई गई कलाकृतियों को शहर के 50 वार्डों में स्थापित किया जाएगा। वहीं शहर को सुंदर व व्यवस्थित बनाने के लिए सफाई व्यवस्था में सुधार लाने, कचरा परिवहन में लगे वाहनों में अलग-अलग कचरा एकत्र करने पर जोर दिया जा रहा है। शहर की एक ऐसी कालोनी जिसमें कचरा न हो, अतिक्रमण मुक्त हो और एक-एक ऐसी सड़कें जिसमें एक भी गड्ढा न हो तलाशी जा रही है। शौचालयों को भी आकर्षक बनाया जाएगा। दरअसल ये कवायद स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के तहत की जा रही है। ताकि सर्वेक्षण करने आ रही केंद्रीय टीम को नवाचार तो नजर आए ही शहर साफ, सुंदर, सुव्यवस्थित भी दिखे। इन कार्यों को पूरा करने निगमायुक्त स्वप्निल वानखडे ने 33 अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है। इस हिदायत के साथ कि उक्त कार्य 18 अप्रैल तक हो जाए और शहर में द्ष्टव्य होने लगे।
20 अप्रैल तक सर्वे करने आ सकती है केंद्रीय टीम:
स्वच्छ सर्वेक्षण के तहत भारत सरकार की स्वच्छता सर्वेक्षण टीम सर्वे करने 20 अप्रैल तक शहर पहुंचकर सर्वे शुरू कर सकती है। यहीं कारण है कि नगर निगम ने स्वच्छता मानकों से जुड़े कार्यों को पूरा करने पर जोर देना शुरू कर दिया है वहीं नगरीय प्रशासन के अधिकारी भी शहर पहुंचने लगे हैं। बीतों दिनों नगरीय प्रशासन आयुक्त और शनिवार को नगरीय प्रशासन अपर आयुक्त का निरीक्षण इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।
स्वच्छता के लिए की जाएगी ये कवायदें:
- – 50 स्थानों पर रखे जाएंगे कबाड़ से जुगाड़ कर बनाई कलाकृतियां
- – 352 स्थानों पर दो-दो डस्टबिन
- – 51 घरों में चार प्रकार के अवशिष्ट एकत्रीकरण की व्यवस्था
- – 25 वार्डो में थैला, बर्तन, खाना बैंक सुनिश्चित करना
- – 79 वार्डों में एक-एक ऐसी सड़क का चयन जिसमें एक भी गड्ढा न हो, मलबा बिखरा न हो
- – 25 वार्डों में नेकी की दीवार
- – सभी शौचालयों में उपयोग की हर सुविधा आदि
इस बार 9500 अंकों की है स्वच्छता की परीक्षा:
पांच साल बाद भी टाप 10 में नहीं आ पाया जबलपुर:
वर्ष——– रैंकिंग
2018- 25वें स्थान पर
2019- 25वें स्थान पर
2020 – 17वें स्थान पर
2021 – 20वें स्थान पर
2022 – 22वें स्थान पर
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