भोपाल। प्रदेश की राजधानी भोपाल इन दिनों अंतरराज्यीय बदमाशों के निशाने पर है। भोपाल में पिछले तीन माह में यूपी, बिहार और दिल्ली के करीब चार ऐसे गिरोह गिरफ्तार हुए हैं, जो भोपाल में कभी नोटों की गड्डी के नाम पर कागज तो कभी बर्तन चमकाने के नाम पर भी लोगों के साथ ठगी की वारदात करने में कामयाब हुए। इसके अलावा कांच टुकड़े को मोबाइल कवर बताकर शहरभर में करीब 29 वारदात करने वाले मेरठ यूपी के बदमाश भी इसमें शामिल हैं। इसके अलावा गोल्ड लोन बैंक लूटने की कोशिश में एक बार फिर यूपी के बदमाशों को नाम सामने आ रहा है। ऐसे में सवाल खड़े हो रहे हैं कि शहर में 10 से 15 दिन रुकने के बाद इन बाहरी बदमाशों की पुलिस को भनक क्यों नहीं लग पाती है? जब वारदात कर फरार हो जाते हैं, तब पुलिस सक्रिय होती है। यह हाल तब है, जब पुलिस कमिश्नरी में इंटेलिजेंस के 30 सदस्येां का पूरा अमला इस प्रकार की सूचनाओं को लेकर दिन-राम काम कर रहा है। निगरानी में एसपी रैंक के अधिकारी तक तैनात हैं।
बता दें कि पांच अप्रैल को पिपलानी थाना क्षेत्र के इंद्रपुरी में स्थित एक गोल्ड लोन फायनेंस बैंक में चार अज्ञात बदमाश ने पिस्टल और कट्टे लेकर घुस गए और बैंक में रखा पांच करोड़ का सोना लूटने की कोशिश की थी। समय रहते बैंक मैनेजर के सक्रिय होकर साइरन बजाने के कारण बदमाश वारदात करने में कामयाब नहीं हो पाए, वरना वह पूरी तैयारी करके आए थे। पता लगा है कि वह पिछले 20 दिनों से बैंक की रेकी कर रहे थे।। इस वारदात में भी आगरा, यूपी के बदमाशों को पुलिस ने चिन्हित किया है, लेकिन छह दिन बाद भी बदमाशों पुलिस के हाथ नहीं लग पाए हैं। इसके अलावा जनवरी से लेकर अप्रैल 2023 में करीब 30 अपराधिक वारदात यह बाहरी बदमाश कर चुके हैं।
हमीदिया रोड के आसपास के होटल पसंदीदा
बिहार, यूपी और दिल्ली के बदमाश अपराध करने के लिए स्टेशन के पास का ठिकाना तलाश कर लेते हैं। पिछले दिनों में गिरफ्तार बदमाशों से पूछताछ में यह जानकारी निकलकर सामने आई है कि भोपाल रेलवे स्टेशन या हमीदिया रोड के आसपास के छोटे होटल इनके पसंदीदा हैं। ऐसे किसी होटल में रुककर ये बदमाश शहर में रेकी कर वारदात करते हैं।
पिछले दिनों गिरफ्तार गिरोह
– 25 जनवरी को क्राइम ब्रांच ने दिल्ली की शातिर ठग मीना सिंह को उसके साथियों के साथ गिरफ्तार किया।
– 13 फरवरी को टीटीनगर पुलिस ने मेरठ के बदमाशों को गिरफ्तार किया, उन्होंने पुराने और नए शहर में पांच दिन में 29 मोबाइल कवर के नाम पर वारदात की।
– 27 फरवरी बागसेवनिया पुलिस ने बिहार के बदमाशों को बर्तन चमकाने के मामले में गिरफ्तार किया।
– 27 मार्च को हनुमानगंज पुलिस ने दिल्ली के बदमाशों को ठगी के मामले में गिरफ्तार किया।
पिपलानी की वारदात में यूपी के बदमाशों का शामिल होना पाया गया है। शहर में पहले हुई कुछ ठगी की वारदात में बाहरी बदमाश शामिल रहे हैं।
– श्रुतकीर्ति सोमवंशी, पुलिस उपायुक्त, क्राइम ब्रांच, भोपाल
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