बुरहानपुर। जंगल की अवैध कटाई कर वन भूमि पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ शुरू हुई पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई मंगलवार को चौथे दिन भी जारी रही। चार जिलों के एक हजार से ज्यादा पुलिस जवानों की मौजूदगी में जामपाटी गांव के 70 से ज्यादा मकान ध्वस्त किए गए।
मकानों को धराशायी करने के लिए पुलिस ने 11 जेसीबी लगाई थीं। पुलिस अधीक्षक राहुल लोढ़ा ने बताया कि अतिक्रमणकारियों का यह ठिकाना पानखेड़ा के जंगल की अवैध कटाई और वन भूमि पर अतिक्रमण का केंद्र रहा है। इस ठिकाने को पूरी तरह समाप्त कर दिया गया है।
ज्ञात हो कि पानखेड़ा और जामपाटी के आसपास करीब पंद्रह से बीस वर्ग किमी के जंगल को अतिक्रमणकारियों ने पूरी तरह साफ कर समतल मैदान बना दिया है। इस भूमि पर ट्रैक्टर चलाकर खेती के लिए तैयार कर लिया गया था।
पुलिस सुरक्षा के बीच वन विभाग ने यहां से भारी मात्रा में बरामद की गई सागौन की लकड़ी को भी उठाया है। इसके लिए वन विभाग ने कई ट्रक लगाए हैं। एक अनुमान के मुताबिक अवैध ठिकानों को ध्वस्त करने के बाद झोपड़ों और घरों से करोड़ों रुपये कीमत की लकड़ी मिली है। पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि बुधवार को भी अतिक्रमण हटाने और लकड़ी उठाने का काम किया जाएगा।
अब तक यह कार्रवाई हुई
पुलिस ने शनिवार सुबह सीवल में अवैध अतिक्रमण हटा इस कार्रवाई की शुरूआत की थी। इसके बाद पानखेड़ा, बाकड़ी और जामपाटी में बने अवैध मकानों को ढहाया गया है। पहले दिन पुलिस ने 18 मकान, दूसरे दिन 800 से ज्यादा झोपड़े, तीसरे दिन 40 मकान और चौथे दिन 70 से ज्यादा मकान तोड़े हैं। इस तरह अब तक नौ सौ से ज्यादा मकान और झोपड़े तोड़े जा चुके हैं। इस पूरी कार्रवाई के दौरान डीआइजी खरगोन तिलक सिंह, कलेक्टर भव्या मित्तल सहित अन्य अधिकारी भी जंगल में डेरा डाले रहे। मंगलवार को पुलिस ने धूलकोट क्षेत्र में पुलिस कार्रवाई के दौरान माहौल खराब करने वाले शेष तीन आरोपितों को भी गिरफ्तार कर लिया है।
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