इससे पहले सिसोदिया ने सीबीआई द्वारा की गई गिरफ्तारी को सीधे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। लेकिन वहां मुख्य न्यायधीश द्वारा फटकार लगाते कहा था कि आपको पहले दिल्ली हाईकोर्ट जाना चाहिए।
कथित आबकारी घोटाले में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को कोर्ट में नियमित जमानत याचिका दाखिल की। सिसोदिया के वकील ने राउज एवेन्यू कोर्ट में उनकी बेल एप्लिकेशन फाइल की।
बता दें कि इससे पहले सिसोदिया ने सीबीआई द्वारा की गई गिरफ्तारी को सीधे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। लेकिन वहां मुख्य न्यायधीश द्वारा फटकार लगाते कहा था कि आपको पहले दिल्ली हाईकोर्ट जाना चाहिए। मामला दिल्ली में होने का यह मतलब नहीं की आप सीधे सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। साथ उनके मामले में हस्तक्षेप करने से साफ इनकार कर दिया था।
पांच दिन की सीबीआई हिरासत में हैं सिसोदिया
मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने 26 फरवरी को आठ घंटे की लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। इसके बाद उन्हें 27 फरवरी को अदालत में पेश किया गया और वहां से सिसोदिया को पांच दिन की हिरासत में भेज दिया था।
सिसोदिया और सत्येंद्र जैन दे चुके हैं इस्तीफा
सुप्रीम कोर्ट से झटका मिलने के बाद सीबीआई की गिरफ्त में आए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अपने पद से मंगलवार को ही इस्तीफा दे दिया था। वहीं, जेल में बंद मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपना इस्तीफा भेज दिया था। मुख्यमंत्री ने अपने दोनों वरिष्ठ मंत्रियों का इस्तीफा मंजूर भी कर लिया।
मनीष सिसोदिया के पास थे 18 विभाग
सिसोदिया के पास शिक्षा, वित्त, योजना, भूमि और भवन, सेवाएं, पर्यटन, कला-संस्कृति और भाषा, जागरूकता, श्रम और रोजगार, लोक निर्माण विभाग के अलावा स्वास्थ्य, उद्योग, बिजली, गृह, शहरी विकास, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण व जल विभाग थे। सिसोदिया दिल्ली सरकार में सबसे प्रभावशाली मंत्री थे। राज्य सरकार के सभी बड़े मंत्रालय उन्हीं के पास थे। सिसोदिया सीएम केजरीवाल के सबसे भरोसेमंद नेता हैं।
सत्येंद्र जैन के छह विभाग भी सिसोदिया के पास थे
सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के बाद उनके छह विभाग भी सिसोदिया ही संभाल रहे थे। सत्येंद्र जैन दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे। गिरफ्तारी के करीब नौ महीने बाद जैन ने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दिया।
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