सुख और दुख हर व्यक्ति के जीवन में लगातार बना रहता है. हर व्यक्ति के जीवन में सुख और दुख दोनों का ही बसेरा रहता है. वैसे तो कोई भी नहीं चाहता है कि उसके जीवन में कभी भी किसी भी प्रकार का दुख आए, लेकिन इसके बावजूद ऐसा नहीं हो पाता है. आचार्य चाणक्य ने इस परेशानी से निकलने का भी एक हल दुनिया को बताया है. आइए जानते हैं क्या है वो मंत्र जिसकी मदद से आप अपने जीवन में बुरे समय को टाल सकते हैं.
1. मूर्ख व्यक्ति से ज्ञान की बात मूर्खतापूर्ण है जो लोग मूर्ख हैं और दूसरों की बात नहीं समझते, उनसे ज्ञान की बात नहीं करनी चाहिए. मूर्ख लोगों से ज्ञान की बात करने पर हमारा समय भी बर्बाद होता है और बिना वजह वाद-विवाद बढ़ता है, क्योंकि ऐसे लोग किसी की बात नहीं सुनते हैं. इसीलिए इन लोगों से दूर रहने पर हम नुकसान से बचे रह सकते हैं.
2. गरीबी से पानी हो मुक्ति तो दान करें आचार्य चाणक्य का कहना है कि अगर आप गरीबी से मुक्ति पाना चाहते हैं तो इसके लिए दान करना सबसे अच्छा उपाय है. व्यक्ति को अपनी शक्ति के मुताबिक समय-समय पर दान करते रहना चाहिए. चाणक्य के अनुसार दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है और पुराने पाप धुल जाते हैं.
3. विनम्रतापूर्वक व्यवहार करें ऐसा कहा और माना जाता है कि व्यक्ति को अपने कर्मों के कारण ही सुख और दुख की प्राप्ति होती है. इसलिए हमें ऐसे काम करने चाहिए कि भविष्य में हमारे लिए किसी दुख का कारण न बनें. हमें हमेशा सभी के साथ बड़ी विनम्रतापूर्वक व्यवहार करना चाहिये।
4. ज्ञान को सदैव जीवन में महत्व दें अगर आप इस दुख से बचना चाहते हैं तो खुद को ज्ञानी बनने से कभी न रोकें. ज्ञानी व्यक्ति को न सिर्फ अपने घर एवं परिवार में बल्कि बाहर भी सम्मान हासिल होता है और ऐसा व्यक्ति बहुत तेजी से तरक्की भी करता है.
5. ईश्वर की भक्ति से मिलेगी शक्ति ईश्वर की भक्ति हमारे जीवन में एक अलग महत्व रखती है. इससे हमें सफलता मिलती है और बुरे वक्त में साहस मिलता है इसलिए हमें ईश्वर पर भरोसा और भक्ति दोनों करनी चाहिए. आप भक्ति से पुराने जन्म के कुकर्मों को टाल सकते हैं…