गुना से अरविंद गौड़ की रिपोर्ट
रविवार को संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों ने जिला स्तरीय सत्संग का आयोजन एलईडी टीवी के द्वारा जिला गुना के कुशवाह नगर ईदगाह बाड़ी में किया गया । सैकड़ों की संख्या में आसपास के ग्रामों से श्रद्धालु संत जी के प्रवचन सुनने के लिए पहुंचे ।
संत रामपाल जी महाराज ने सत्संग में बताया है कि मनुष्य जीवन अनमोल है बेईमानी से सिर्फ पाप कर्म इकट्ठे होते हैं । धन नहीं पूर्ण संत की पहचान गरीब दास जी महाराज अपनी वाणी में बताते हैं । सतगुरु के लक्षण कहूं, मधुरे बैन विनोद चार वेद षट शास्त्र, कहे अठारा बोध । वह संत चारों वेद, छ: शास्त्रों, अठारह पुराणों आदि सभी ग्रंथों का पूर्ण जानकार होगा । अर्थात उनका सार निकाल कर बताएगा । कि वेदों के अधूरे वाक्यो अर्थात संकेतिक शब्दों व एक चौथाई श्लोको को पूरा करके विस्तार से बताएगा वह तीन समय की पूजा बताएगा । सुबह पूर्ण परमात्मा की पूजा, दोपहर को विश्व के देवताओं का सत्कार व संध्या आरती अलग से बताएगा । वह जगत का उपकारक संत होता है ।
कबीर परमेश्वर ही अविनाशी परमात्मा है । यही अजरो-अमर है । यही परमात्मा चारों युगों में स्वयं अतिथि रूप में कुछ समय के लिए यह संसार में आकर अपना सत भक्ति मार्ग देते हैं । सत्संग में बताया है सत्संग में उपस्थित अनुयायियों का कहना है कि हमारे गुरुजी का मुख्य उद्देश्य समाज में फैल रही सभी प्रकार की कुरीतियों जैसे जीव हत्या, नशा, बीड़ी, सिगरेट, तंबाक, दहेज-प्रथा, रिश्वतखोरी जैसी कुरीयियो दूर करना है।