भारतीय शेयर बाजार में 27 जनवरी से T+1 सेटलमेंट लागू होने जा रहा है, जिसका असर देश के हर छोटे और बड़े निवेशक पर पड़ेगा। इससे शेयर बाजार में होने वाला लेनदेन पहले के मुकाबले काफी तेज हो जाएगा और किसी निवेशक को शेयर बेचने पर पैसा जल्दी क्रेडिट हो जाएगा।
मौजूदा समय में शेयर बाजार में T+2 सेटलमेंट लागू है, जिसके कारण निवेशक की ओर से बाजार में खरीदने पर शेयर 48 घंटे के भीतर क्रेडिट होते हैं। वहीं, ऐसा ही शेयर बिक्री के समय होता है। निवेशक द्वारा शेयर बेचने के 48 घंटों के भीतर रकम क्रेडिट कर दी जाती है।
T+1 से क्या होगा बदलाव : T+1 सिस्टम लागू होने का बाद शेयर बाजार में ट्रेडिंग साइकल पहले के मुकाबले छोटा हो जाएगा। निवेशक की ओर से खरीदारी करने पर 24 घंटों के भीतर शेयर उनके खाते में क्रेडिट कर दिए जाएंगे। वहीं, अगर कोई शेयर बेचता है, तो 24 घंटे में पैसा उसके खाते में आ जाएगा। यह सभी लार्ज कैप और ब्लू कैप शेयरों पर लागू हो जाएगा।
T+1 का क्या होगा असर : बाजार के जानकारों का कहना है कि T+1 सिस्टम लागू होने के बाद लोगों को पैसा पहले के मुकाबले जल्दी मिल जाएगा। इससे बाजार में लिक्विडिटी भी बढ़ सकती है और मार्जिन की जरूरत भी कम होगी।
फरवरी 2022 को पहली बार हुआ था लागू
नियामकों की ओर से शेयर बाजार में मार्केट वैल्यू के हिसाब से 100 सबसे छोटे शेयर में 25 फरवरी, 2022 को पहली बार T+1 सिस्टम लागू किया था। इसके बाद मार्च 2022 से मासिक आधार पर क्रमबद्ध तरीके शेयरों के सेटलमेंट के T+2 से T+1 में बदला जा रहा है।
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