नदी किनारे हो रहा मिट्टी का कटाव
रिपोर्ट-धीरज जॉनसन,दमोह
दमोह जिला मुख्यालय से करीब 25 किमी दूर नरसिंहगढ़,किशुनगंज,हिंगवानी के निकट और बेबस – सुनार नदी के संगम पर मकर संक्रांति के अवसर पर पिछले कई वर्षो से मेले का आयोजन जारी है,इस बार भी इसकी तैयारिया प्रारंभ हो चुकी है प्राकृतिक सौंदर्य और हरियाली के बीच अब दुकानें लगना भी शुरू हो गई है,लोगों,वाहनों की आवाजाही के साथ मेले के लिए आवश्यक सामग्री का आना भी प्रारंभ हो चुका है।
यहां एक पुल भी बन चुका है जिससे पथरिया और बटियागढ़ के ग्रामीणों के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान आने जाने में सुविधा के साथ अन्य लोगों के लिए भी दूरी कम हुई है परंतु इस पुल पर रेलिंग न होने की वजह से इंसानों के नीचे गिरने का खतरा हमेशा बना रहता है।
स्थानीय निवासी हल्ले, रमेश,दशरथ, नारायण ने बताया कि मकर संक्रांति पर्व के अवसर पर यहां चकेरी में काफी पुराने समय से मेले का आयोजन होता है, बहुत भीड़ भी रहती है कलाकार प्रस्तुति भी देते है। पहले यह 15 दिनों तक चलता था पर अब 10 दिन तक रहता है।पुल बन गया है पर रेलिंग न होने से गिरने का खतरा रहता है एक बार हादसा हो चुका है,बारिश के समय तेज बहाव के कारण नदी किनारे मिट्टी का कटाव भी होता है जिसकी पिचिंग होना चाहिए, अन्यथा नदी के निकट की उपजाऊ भूमि का नुकसान होगा।