यह गौ शाला है या गायों का कब्रिस्तान
भोपाल। जिले के बैरसिया के बसई गांव में कथित भाजपा नेत्री की गौशाला में कई गायों की मौत हो गई है।गायों की इतनी बड़ी संख्या में मौत के बाद अब बवाल मच गया है। वहीं गायों को मौत को लेकर आरोप-पत्यारोपो का दौर शुरू गो गया है। गौशाला में बड़ी संख्या में गाय के शव मिले हैं ।जानकारी मिलने पर रविवार को लोगों की भीड़ जमा हो गई। गौशाला के एक गड्ढे में 20 से ज्यादा गाय मृत मिली है।
जशासबन की टीम पहुंची और गिनती कराया गया तो गौशाला और उसके आसपास 60 से ज्यादा गायों के शव मिले, 150 से ज्यादा कंकाल सामने आए. शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि तेज सर्दी से बचाव के इंतजाम नहीं होने की वजह से गायों की मौत हुई है.
सूचना मिलते ही कलेक्टर अविनाश लवानिया समेत अन्य अफसर मौके पर पहुंचे उन्होंने प्रदर्शन कर रहे लोगों को कार्रवाई का आश्वासन दिया इसके बाद प्रशासन ने गौशाला को कब्जे में लेते हुए संचालिका निर्मला देवी पर केस दर्ज कराया है.
इस पूरे मामले पर निर्मला देवी ने कहा है कि मैं गौशाला का संचालन समाज सेवा के लिए कर रही हूं. गौ संवर्धन बोर्ड से ज्यादा फंड नहीं मिलता गौशाला चलाने के लिए अपनी जमीन बेचती हूं. जेवर गिरवी रखती हूं, गायों की संख्या इसलिए बढ़ गई क्योंकि कोई गाय छोड़ जाता है तो मना नहीं करती हूं
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कलेक्टर ने गौशाला का रजिस्ट्रेशन रद्द कर जनपद सीईओ को रिसीवर बनाया है. जितनी भी मृत गाय हैं उनका पोस्टमार्टम कराया जा रहा है.
निर्मला देवी 20 साल से गौशाला का संचालन कर रही है यहां 15 सौ से ज्यादा गाय है लेकिन इनकी गौशाला में इंतजाम ठीक तरीके से नहीं है. कड़ाके की ठंड में लंबे समय से हर दिन 1-2 गाय मर रही हैं और उन्हें पीछे फेंक दिया जाता है. हाल ही में जब ज्यादा गायों ने दम तोड़ दिया तो उनके शव को एक गड्ढे में डाल दिया गया. निर्मला देवी को इस गौशाला के लिए वर्ष 2015 से लेकर अब तक करीब 37लाख 69 हज़ार का अनुदान मिल चुका है.
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इस मामले को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है और जांच की मांग की हैं उन्होंने कहा कि बैरसिया भोपाल जिले में कई वर्षों से भाजपा नेता द्वारा संचालित गौशाला में हड्डी और चमड़े का व्यापार चलता है आज करीब 500 से अधिक गाय मृत पाई गई है इस मामले में हड्डियों के व्यापार की जांच होनी चाहिए साथ ही अनुदान की भी जांच हो।