ग्रामीण बैंकों परिवेश से जुड़े कैनरा बैंक के पूर्व अधिकारी श्री शाजी के.वी. राष्ट्रीय बैंक नाबार्ड के चेयरमैन नियुक्त
जे डी गोलानी नासागिर
भोपाल।ग्रामीण बैंकों परिवेश से जुड़े कैनरा बैंक के पूर्व अधिकारी श्री शाजी के.वी. राष्ट्रीय बैंक नाबार्ड के चेयरमैन नियुक्त हुए है।
बैंकिंग जीवन कैनरा बैंक स्केल 3 अधिकारी स्तर से सीधे चयनित अपनी सेवायें प्रारम्भ करने वाले श्री शाजी.के.वी. केरल के मूल निवासी है
श्री शाजी ने स्केल 5 स्तर पर केनरा बैंक से प्रतिनियुक्ति पर श्रेयस ग्रामीण बैंक में महाप्रबंधक की हैसियत से एटा क्षेत्र यूपी में योगदान शुरू किया और
फिर ग्रामीण बैंक प्रधानकार्यालय अलीगढ़ में भी पदस्थ रहे।श्रेयस ग्रामीण बैंक में करीब 3साल रहे।
प्रतिनियुक्ति से वापिस कैनरा बैंक लौटने के बाद एक बार फिर उनकी नियुक्ति केरल की साउथ मालाबार ग्रामीण बैंक में चेयरमैन के पद पर हुई और साउथ और नार्थ मालाबार ग्रामीण बैंक के साथ अमलगमेशन से बनी केरल ग्रामीण बैंक में होने के भी करीब 5साल चेयरमैन रहे।
इस बीच मार्च 2011 में कर्नाटक उच्च न्यायालय की एकल पीठ में ग्रामीण बैंक पेंशन मामले के पक्ष में निर्णय आने पर तत्कालीन वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी के कार्यकाल में भारत सरकार द्वारा ग्रामीण बैंक के सेवानिवृत्त लोगों के लिए बनी समिति के भी अध्यक्ष श्री शाजी.के.वी. रहे। हममें से अनेक मित्रों को याद होगा कि तब नाबार्ड ने ग्रामीण बैंकों पर पेंशन से पड़ने वाले संभावित बोझ का आकलन करने के लिए ऐक्च्युरी की भी नियुक्ति कर दी थी परन्तु राजस्थान उच्च न्यायालय की माननीय जोधपुर पीठ की डिवीजन बेंच का निर्णय 2012 में आ जाने के बाद स्थितियाँ पलट गईं और सरकार को सर्वोच्च न्यायालय में अपील करने का तीन माह का समय मिल गया।
वर्तमान में श्री शाजी नाबार्ड के उप प्रबन्धनिदेशक के पद पर आसीन हैं जिन्हें सरकार ने अब छै: वर्षों हेतु नाबार्ड का चेयरमैन नियुक्त कर दिया है।
केरल और ग्रामीण बैंकों से जुड़े श्री शाज़ी ने ग्रामीण क्षेत्रों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था एवम् की समस्याओं को नजदीकी से देखने, समझने के चलते तथा देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर अच्छी पकड़ रखने वाले तेज तर्रार बैंक अधिकारी श्री शाजी कृषि एवम् ग्रामीण राष्ट्रीय बैंक के अध्यक्ष नियुक्ति देश की अर्थव्यस्था खासकर ग्रामीण और कृषि क्षेत्र को नई दिशा मिलने से भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत नई ऊंचाई मिल सकती हैं।