उच्च शिक्षा मंत्री तथा स्वास्थ्य मंत्री ने शास. कन्या महाविद्यालय रायसेन में कम्प्यूटर लैब तथा होम सांइस लैब का किया लोकार्पण
रायसेन।उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव तथा स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी द्वारा रायसेन स्थित शासकीय कन्या महाविद्यालय में विश्व बैंक परियोजना के अंतर्गत लगभग एक करोड़ 13 लाख रू की लागत से निर्मित कम्प्यूटर लैब एवं होम साइंस लैब का लोकार्पण किया गया। साथ ही पांच लाख रू की लागत से निर्मित ओपन जिम का भी लोकार्पण किया गया। स्वास्थ्य मंत्री डॉ चौधरी तथा उच्च शिक्षा मंत्री डॉ यादव द्वारा लोकार्पण कार्यक्रम का शुभारंभ कन्यापूजन, मॉ सरस्वती पूजन और दीप प्रज्जवन कर शुभारंभ किया गया।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री डॉ यादव ने कहा कि देश में सबसे पहले नई शिक्षा नीति मध्यप्रदेश में लागू की गई है। नई शिक्षा नीति के तहत हॉर्टिकल्चर, जैविक खेती, सहित अन्य व्यवसायिक शिक्षा और रोजगार से जुड़े विषयों को शामिल किया गया है। नई शिक्षा नीति के तहत अधोसंरचना के कार्य भी किए जाएंगे जिससे महाविद्यालयों को भी आर्थिक सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति का लक्ष्य विद्यार्थी का संपूर्ण विकास करना है। जब विद्यार्थी का सम्पूर्ण विकास होगा, उसका आत्मविश्वास बढ़ेगा तो वह विभिन्न चुनौतियों का निर्भीकता से सामना कर पाएगा।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ यादव ने कहा कि किसी भी देश के विकास, संपन्नता और सुदृढ़ सांस्कृतिक विकास का आधार सशक्त शिक्षा नीति होती है और नई शिक्षा नीति ऐसे सभी पहलुओं को लेकर चलेगी। नई शिक्षा नीति का लक्ष्य युवा वर्ग के व्यक्तित्व का विकास इस प्रकार करना है कि उनमें अपने मौलिक दायित्वों, संवैधानिक मूल्यों, देश के साथ जुड़ाव, बदलते विश्व में नागरिक की भूमिका और उत्तरदायित्वों की जागरूकता उत्पन्न हो सके। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ यादव ने महाविद्यालय में और नवीन कार्यो, शैक्षणिक सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग पर कहा कि बेटियों को बेहतर और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले, इसके लिए जो भी कार्य, सुविधाएं तथा सामग्री की आवश्यकता है। वह प्राथमिकता के साथ उपलब्ध कराई जाएगीं।
कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री डॉ चौधरी ने कहा कि बालिकाओं को बेहतर शिक्षा मिले, उनका भविष्य उज्जवल हो इसके लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। आज यहां कम्प्यूटर लैब और होम सांइस लैब का लोकार्पण किया गया है। इससे बालिकाओं को तकनीकी शिक्षा तो मिलेगी ही, साथ ही प्रैक्टिल करने में भी सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि बालिकाएं किसी भी क्षेत्र में बालकों से पीछे नहीं है। सरकार द्वारा बालिकाओं को आगे बढ़ने, अपने सपने पूरे करने के लिए अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ चौधरी ने कहा कि देश में सबसे पहले हमारे प्रदेश में नई शिक्षा नीति को लागू किया गया है। इसके अंतर्गत विद्यार्थियों को तकनीकी, व्यवसायिक शिक्षा प्रदान की जा रही है, जिससे कि विद्यार्थी रोजगार और स्वरोजगार के लिए तैयार होंगे। उन्होंने कहा कि कई बार बच्चे, विद्यार्थी अपेक्षित परीक्षा परिणाम नहीं मिलने या शिक्षा को लेकर या अपने कैरियर को लेकर तनाव में आ जाते हैं। इसके समाधान के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा टेली मानस सेंटर स्थापित किए गए हैं, जिसके टोल फ्री नम्बर पर फोन कर विद्यार्थी अपनी समस्या बताकर परामर्श एवं काउंसलिंग प्राप्त कर सकते हैं। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री यशवंत मीणा ने भी संबोधित किया। शासकीय कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य श्रीमती विनोद सेंगर द्वारा महाविद्यालय में संचालित शैक्षणिक पाठ्यक्रमों, गतिविधियों तथा कार्यक्रम के संबंध में विस्तार से अवगत कराया गया। इस अवसर पर सांची जनपद अध्यक्ष श्रीमती अर्चना पोर्ते, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सविता सेन, कलेक्टर श्री अरविंद दुबे, पुलिस अधीक्षक श्री विकास शहवाल, जिला पंचायत सीईओ श्री पीसी शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी, प्रोफेसर तथा छात्राएं उपस्थित थीं।