-डॉ पीके खरे जांच अधिकारी नियुक्त
-सहरिया क्रांति ने ज्ञापन सौंपा
मप्र के शिवपुरी के जिला चिकित्सालय में गरीब आदिवासियों से इलाज के नाम पर जबर्दस्त अवैध वसूली के मामले को गम्भीरता से लेते हुए मामले की सूक्ष्म जांच हेतु सिविल सर्जन ने जांच टीम गठित कर दी है । जिसे 3 कार्यदिवस में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है ।
निःशुल्क उपचार की आस लिए जिला चिकित्सालय आने वाले गरीब आदिवासियों से संगठित तौर पर उपचार के एवज में उनसे अवैध वसूली का एक मामला गत दिवस सामने आया जिसमें एक माह पहले अस्पताल में भर्ती परवेश आदिवासी से ऑपरेशन , और पट्टी के नाम पर भारी भरकम रुपये वसूल लिए ।
ई अस्पताल कर्मियों की अवैध उगाही से कंगाल हो चुके घायल परवेश आदिवासी व उसकी पत्नि प्रेम बाई ने सहरिया क्रांति के राष्ट्रीय संयोजक संजय बेचैन के पास आकर गुहार लगाई थी जिसमे प्रेमबाई व उसके विकलांग पति ने बताया था कि अब से लगभग 1 माह पूर्व परवेश आदिवासी का एक्सीडेंट हो गया था जिसमें उसका पैर टूट गया था, तत्समय अस्पताल में भर्ती होने के बाद गरीब प्रेमबाई से उसके पति के इलाज के नाम पर अस्पताल के कर्मियों ने अलग अलग कार्य के अलग अलग तरह से रुपए ऐंंठे प्रेमबाई ने आरोप लगाया कि उसके पति के पैर के ऑपरेशन करने के अस्पताल में पांच हजार रुपये बसूल लिए वहीं हर बार पट्टी कराई के 500, इंजेक्शन लगाने के 100-200 रुपए लिए जा रहे हैं। दवाई गोली भी हमे बगैर पैसे दिए नहीं मिल रही ।
प्रेम बाई ने बताया कि अस्पताल में हमने सुना था फ्री में गरीबों का इलाज होता है मगर यहां तो लूट मची हुई है। उसने कहा कि भर्ती करने के बाद से आज तक वो हजारों रुपए अस्पताल में इलाज में दे चुकी है। उसके बाद भी आज जब आराम न पडऩे पर उसने शिकायत की बात कही तो उसको बदसलूकी कर अस्पताल से जबरिया छुट्टी दे दी। प्रेमबाई ने बताया कि उसके पति के पैर के टांके पके हुए हैं और दर्द से कराह रहा है। डॉक्टरों ने लताड़कर अस्पताल से चलता कर दिया। सहरिया क्रांति संयोजक संजय बेचैन ने इस पूरे मामले में पैसे लेेने वाले तत्वों पर कार्यवाही की मांग की थी ।
आज पुनः सहरिया क्रांति के प्रदेशाध्यक्ष औतार भाई सहरिया व अजय आदिवासी के नेतृत्व में सहरिया क्रांति द्वारा अस्पताल प्रबंधन को ज्ञापन सौंपा था जिसके बाद सिविल सर्जन राजकुमार ऋषीश्वर ने आज इस मामले में समिति गठित कर दी है जिसमे जांच अधिकारी डॉ पीके खरे को नियुक्त कर 3 कार्यदिवस में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है ।