सुरेन्द्र जैन धरसीवां
आपसी मनमुटाव के चलते एक विवाहिता अपने पति से दूर आकर मायके में रहने लगी तो पति गणतंत्र दिवस के दिन अपने दोस्त के साथ गड़ासा लेकर पत्नि को मारने ससुराल तक पहुच गया कोई बड़ी दुर्घटना होती इसके पहले ही पुलिस पहुच गई और पति व उसके दोस्त को गड़ासा यानी धारदार हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया।
दरअसल आरोपी घनश्याम पिता दिलीप देवांगन निवासी बुधवारी बाजार बीरगांव का विवाह दस साल पहले 2012 में कुसुम देवांगन निवासी कूँरा के साथ हुआ था जिनके दो बच्चे भी हैं शादी के कुछ साल बाद दोनो में मनमुटाव होने लगा और 3 साल पहले पत्नि मायके चली आई मातपिता के साथ कूँरा मे रहने लगी जो पति को नागबार गुजर रहा था।
गणतंत्र दिवस के दिन ही संविधान को चुनोती
भारत का संविधान सभी को स्वतंत्र जीवन जीने का अधिकार देता है कोई भी किसी के साथ भी दादागिरी गुंडागर्दी करे तो उसे जेल भी भेजता है यानी हमारी रक्षा भी करता है लेकिन जिस दिन भारत का संविधान लागू हुआ और लोग गणतंत्र दिवस की खुशियां मना रहे थे उसी दिन यह पतिदेव एक तरह से संविधान को चुनोती देते अपने मित्र के साथ मुर्गा काटने वाला गड़ासा लेकर पत्नी को मारने पहुच गए ।
कूँरा में जैंसे ही यह दोनो हाथों में गड़ासा लिए ससुराल के सामने पहुचे घबराकर पत्नी अंदर से दरबाजा लगाई और पति और उसका साथी अभद्रता पूर्वक जान से मारने की धमकी देते हुए बाहर निकलने को ललकारते रहे पत्नि ने तुंरन्त धरसीवां पुलिस को सूचना दी सूचना मिलते ही बिना कोई देर किए पुलिस मौके पर पहुच गई और दोनो आरोपियों को दो गड़ासा के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया यदि पुलिस को पहुचने में तनिक भी देर होती तो पता नहीं कितनी विभत्स घटना हो जाती।