–अगर मांगों पर कार्यवाही नहीं हुई तो 15 तारीख को इसी जिला मुख्यालय पर धरना होगा:चंद्रशेखर आजाद
दमोह से धीरज जॉनसन की रिपोर्ट
आजाद समाज पार्टी,भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद के सड़क मार्ग से दमोह आगमन पर समर्थकों और कार्यकर्ताओं द्वारा जोश और उमंग के साथ जोरदार स्वागत किया गया। कार्यकर्ताओं से मुलाकात के उपरांत आजाद ने स्थानीय अंबेडकर चौराहे पहुंचकर भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया जहां पुलिस, प्रशासन भी मौजूद रहा। इसके बाद वे देवरान गांव पहुंचे जहां 25 अक्तूबर को एक परिवार के तीन सदस्यों की हत्या हुई थी जिसमें एक व्यक्ति घायल भी हुआ।इसके बाद कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां उन्होंने दो पेज का एक पत्र भी प्रस्तुत किया। इस दौरान सैकड़ों लोगों की भीड़ नारे लगाती हुई चौराहे पर उपस्थित रही,जो कलेक्ट्रेट परिसर में प्रवेश न कर सके इसलिए प्रवेश द्वार बंद कर दिए गए और पुलिस बल तैनात रहा।
प्रशासन से मिलने के बाद चंद्रशेखर आज़ाद राष्ट्रीय अध्यक्ष मीडिया से रूबरू हुए जहां उन्होंने प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन पर प्रश्न खड़े किए और अनुसूचित जाति पर हो रहे अत्याचार पर खेद जताया।
आजाद ने मीडिया को बताया
आजाद ने कहा कि आजाद भारत में गोलियां चल रहीं है पीड़ित परिवार का मुआवजा यही है कि उनमें डर दूर हो,उनका विश्वास बढे। कानून व्यवस्था फेल है घटना करने वालों को डर नहीं है उन्हें सत्ता का संरक्षण है जो आम जनता के विश्वास को जीत नहीं पा रही है। न्याय के विफल होने पर अपराधियों के हौंसले बढ़ जाते है,कमजोर वर्ग के लोग डर गए है।सत्ता के दबाव में गरीब का सम्मान नहीं होता।टैक्स का पैसा अमीर गरीब दोनो देते है पर अधिकारी काम अगर सत्ता या ताकत के लिए करेंगे तो सरकारी मशीनरी से भरोसा उठ जाएगा।मुख्यमंत्री मूकदर्शक बने बैठे है,पुलिस सरकार की होती है स्वतंत्र एजेंसी नहीं है। अगर हमारी मांगों पर कार्यवाही नहीं होती है तो 15 तारीख को इसी जिला मुख्यालय पर धरना तब तक चलेगा जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती। आदमी जब नाउम्मीद हो जाता है तब सड़कों पर आता है अगर ये काम पहले कर देते हो मैं क्यों आता। अगर न्याय नहीं मिला तो इस केस को सुप्रीम कोर्ट तक ले जाएंगे हम चाहते है कि किसी के साथ गलत न हो।
समर्थकों और कार्यकर्ताओं के हुजूम को किया संबोधित
कलेक्ट्रेट से बाहर आने के बाद आजाद ने चौराहे पर उपस्थित समर्थकों और कार्यकर्ताओं के हुजूम को भी संबोधित करते हुए और मांगो को दोहराते हुए कहा कि पीड़ित परिवार के पास कोई नहीं है उनकी उम्मीद आप है अपराध आपके साथ भी हो सकता है अगर आप ऐसे नालायक विधायक चुनोगे तो आपकी एक एक गलती आपके आने वाली पीढ़ी की कमर तोड़ देगी,आपके बच्चों के साथ अन्याय अत्याचार होगा अगर मांगे पूरी नहीं हुई तो 15 तारीख को रोटी इसी जिला मुख्यालय पर खाई जाएगी।
देवरान दमोह हत्या काण्ड पर प्रस्तुत पत्र
दिनाँक 25 अक्टूबर 2022 दिन मंगलवार को ग्रांम देवरान दमोह में मानक अहिरवार एवं उनके पिता घमंडी अहिरवार मां राजप्यारी अहिरवार की गोली मारकर हत्या कर दी गई एवं उनका एक भाई महेश अहिरवार घायल है कारण यह था कि बाजू में रहने वाला पटैल परिवार पीड़ित परिवार को छुआ-छूत की द्रष्टि से देखता था एवं उनके मकान पर कब्जा करके अपने बाजू से भगाना चाहता था इसी बजह से पिछले छ: माह से वह उन्हें लगातार परेशान कर रहा था और उन्हें धमकी दे रहा था कि अगर घर छोड़कर नही भागे तो पूरे परिवार को जान से मार देगें।घटना घटित होने के पश्चात् मामले की जाँच किये बगैर अपराधियों की बात मानकर पुलिस अधीक्षक द्वारा पत्रकारों को बताया गया कि पीड़ित पक्ष अपराधियों की महिलाओं पर गलत नियत रखता था जब की यह सरासर झूठ, मामला जमीन का था।
दमोह जिले में अनुसूचित जाति पर सबसे अधिक अत्याचार हो रहे है
1. 8 अक्टूबर को रनेह गांव में हमला किया गया
2. 11 अक्टूबर को ग्रांम राजापटना में सुरेन्द्र अहिरवार को पेड़ पर फाँसी के फंदे पर लटका दिया।
3. ग्राम दसोढ़ा में रामकिशन अहिरवार को मजदूरी के पैसे मांगने पर दबंगो ने कुल्हाड़ी से हमला किया।
4. तेदूखेड़ा थाना क्षेत्र के बम्हौरी पांजी गांव के दलित परिवार पर इसलिए हमला किया गया क्याकि दो नावालिक बच्चों ने पीने का पानी छू लिया था इस घटना में पूरे परिवार के साथ मारपीट की गई और पाँच सदस्यों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
5. ग्राम जेरठ तहसील पथरिया में थ्रेसिंग कर रहे मजदूर वीरू अहिरवार को थ्रेसर में धक्का देकर जान से मारने का प्रयास किया गया जिससे उसका एक हाथ कट गया जिस पर पुलिस ने अपराधियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया
6. ग्राम बरवांसा में कल (31अक्तूबर) रात 07:30 राज कुमार अहिरवार को गोली मार दी गई और उनके परिवार के दो अन्य लोगों को घायल कर दिया गया आरोपियों (नरेश राजपूत, रमेश राजपूत एवं अन्य) को पुलिस ने अभी तक गिरफ्तार नही किया. जल्द से जल्द गिरफ्तार करे।
7. कृषि उपज मंडी में दबंगो द्वारा किसान के साथ मारपीट।
8. दिनांक 17 अक्टूबर को दमोह विधायक द्वारा हरिजन शब्द का प्रयोग जो कि असंवैधानिक है।
9. पुलिस एवं प्रशासन की लचर कार्य प्रणाली से लगातार अपराध बढ़ रहे है।
देवरान हत्याकांड में भीम आर्मी की प्रमुख मांगें
1. बाकी आरोपियों के एफआईआर में नाम बढ़ाकर उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।
2. पीडित परिवार को पाँच करोड़ की आर्थिक सहायता प्रदान की जाए
3. मृतक मानक अहिरवार की पत्नी को शासकीय नौकरी प्रदान की जाए।
4. पीडित परिवार को पाँच एकड़ कृषि भूमि प्रदान की जाए।
5. पीडित परिवार को आत्मरक्षा हेतु शस्त्र का लायसेंस प्रदान किया जाए।
6. पीडित परिवार के आँगन में बना आरोपियों को अवैध मकान गिराया जाए।
7.मृतक मानक अहिरवार के सभी बच्चों की पूर्ण शिक्षा प्रशासन द्वारा निशुल्क की जाए।
8. घायल महेश अहिरवार का निशुल्क इलाज किया जाए।
9. इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चला कर अपराधियों का फांसी की सजा दी जाए।
10. पीड़ित परिवार को शहरी क्षेत्र दमोह में (स्थायी तौर पर) रहने हेतु आवास।
उक्त मागें पूरी न होने की दशा में भीम आर्मी प्रदेश
स्तर पर आन्दोलन हेतु बाध्य होगी एवं इसकी सारी जबाबदारी पुलिस एवं प्रशासन की होगी।