Let’s travel together.

26 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता हैं गणतंत्र दिवस

0 441

 

इस साल भारतवासी 73वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं. दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत के लिए 26 जनवरी का दिन काफी अहम है. देश में हर साल इस दिन गणतंत्र दिवस  बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. हर साल की भांति इस बार भी गणतंत्र दिवस के अवसर पर कुछ खास कार्यक्रम होंगे. वहीं राजधानी दिल्ली के राजपथ पर होने वाला परेड  गणतंत्र दिवस का मुख्य आकर्षण होता है. आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि गणतंत्र दिवस के लिए 26 जनवरी की तारीख ही क्यों चुनी गई? आखिर इस तारीख में ऐसा क्या खास है कि यह भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय पर्व बन गया. यहां इस तारीख के इतिहास के बारे में जानेंगे.

26 जनवरी को हर साल देश के सरकारी और निजी प्रतिष्‍ठानों में धूमधाम से तिरंगा फहराया  जाता है. साल 1950 में इसी दिन भारत का संविधान लागू किया गया था. संविधान 26 नवंबर 1949 को ही संविधान सभा ने अपनाया था, लेकिन 26 जनवरी को लागू करके इस दिन को गणतंत्र दिवस के तौर पर घोषित कर दिया गया, इसके पीछे खास वजह थी.

26 जनवरी की तारीख ही क्यों?

26 जनवरी 1930 में आज ही के दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था. 20 साल बाद उसी दिन संविधान लागू कर दिया गया. पूर्ण स्वराज घोषित करने की तारीख को महत्व देने के लिए संविधान लागू किया गया और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस घोषित किया गया.

पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने की थी घोषणा

पहली बार गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 1950 को मनाया गया था. इस दिन भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने 21 तोपों की सलामी के साथ झंडा फहराया था और भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया था. तब से हर साल 26 जनवरी को देश में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है. इस तारीख को देश के पहले नागरिक यानी कि राष्ट्रपति इस कार्यक्रम में शामिल होकर झंडा फहराते हैं.

भारतीय संविधान सभा

देश की आजादी के बाद भारतीय संविधान का गठन हुआ था. बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर को संविधान निर्माता कहा जाता है लेकिन बाबा साहब के अलावा देश के संविधान के निर्माण में 210 लोगों का हाथ था. भारतीय संविधान की मूल प्रति हाथ से बने कागज पर हाथों से लिखी है, इसे संसद भवन के पुस्तकालय में नाइट्रोजन गैस चैंबर में रखा गया है. ताकि संविधान के मूल प्रति को संरक्षित रखा जा सके.

 

Leave A Reply

Your email address will not be published.

जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण की तैयारियों के लिए कार्यशाला आयोजि     |     सांची के शमशान को नही मिल सकी सडक,दलदल से होकर गुजरती हे शवयात्राएं     |     पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रभात झा के निधन से भाजपा संगठन में शोक की लहर: अपूरणीय क्षति, अनमोल योगदान की सदैव रहेगी स्मृति     |     महामाया चौक सहित, कई कलोनियों में जलभराव, बीमाऱी हुई लाइलाज,विधायक जी के निवास के आसपास भी जलभराव     |     नाले में अधिक पानी आने से ऑटो बह गया चालक ने कूद कर बचाई जान,विद्यार्थियों को स्कूल छोड़कर वापस आ रहा था ऑटो     |     बाग प्रिंट कला: मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर,श्रीमती सिंधिया ने मध्यप्रदेश के हस्तशिल्पियों को सराहा     |     पौधे लगाने के बाद बची पॉलीथिन थेली को एकत्र कराकर बेचने से प्राप्त राशि से पौधों की रक्षा के लिए खरीदेंगे ट्री गार्ड     |     उप-मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने श्री प्रभात झा के निधन पर व्यक्त किया शोक, कहा राजनैतिक जगत और समाज के लिए अपूरणीय क्षति     |     मप्र भाजपा के पूर्व अध्यक्ष प्रभात झा का लम्बी बीमाऱी के बाद मेदांता अस्पताल में निधन     |     ग्राम अम्बाड़ी में गिरी कच्चे घर की दीवार बाल बाल बचा बड़ा हादसा     |    

Don`t copy text!
पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9425036811