–विवाद का वीडियो सामने आया
रंजीत गुप्ता शिवपुरी
शिवपुरी जिले के नरवर तहसील के शेरगढ़ गांव में वन भूमि पर अवैध खेती को लेकर बुधवार को दो गुटों में झगड़ा हो गया। इस विवाद ने खूनी संघर्ष का रूप ले लिया। इस खूनी संघर्ष में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई जबकि सात लोग घायल हैं।
बताया जाता है कि शेरगढ़ गांव के लालसिंह पाल (50) पुत्र चन्नूराम पाल का बुधवार को दूसरे पक्ष के लोगों ने लाठियों से हमला कर दिया और गोली मार दी। लाठियों से हमला और जांघ में गोली लगने से गंभीर घायल लाखनसिंह को नरवर अस्पताल से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। ग्वालियर पहुंचने से पहले रास्ते में ही लालसिंह की मौत हो गई। हमले में मृतक पक्ष के केदार बघेल, शिशुपाल बघेल, साहब सिंह बघेल, सुरेश बघेल, मलखान बघेल और रामहेत रजक घायल हुए हैं। मृतक पक्ष ने इस मामले में पुलिस, वन विभाग और राजस्व विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है। इस पक्ष ने आरोप लगाए कि शिकायत पर समय रहते कार्रवाई हो जाती तो यह नौबत नहीं आती।
वहीं दूसरे पक्ष से घायल पंजाबसिंह गुर्जर और एवरन सिंह गुर्जर को इलाज के लिए जिला अस्पताल शिवपुरी भर्ती कराया है। लालसिंह ने मृत्युपूर्व बयान दिए जिसमें 13 लोगों के नाम बताए लेकिन पुलिस ने नाथूसिंह पुत्र गुलाबसिंह और जीतू गुर्जर को शामिल नहीं किया। इसे लेकर लोग नाराज हो गए और शाम 4 बजे नरवर थाने पहुंचकर हंगामा खड़ा कर दिया। बाद में एसपी राजेश सिंह चंदेल को मौके पर जाना पड़ा। वहीं दूसरी ओर वन विभाग के डिप्टी रेंजर सतीश मौर्य का कहना है कि लालसिंह द्वारा दो सप्ताह पहले किराए से ट्रैक्टर ले जाकर वन भूमि जोती जा रही थी। मुखबिर की सूचना पर पहुंचे तो ट्रैक्टर छोड़कर चालक भाग गया। हम ट्रैक्टर ले आए थे। वाद में यह लोग हमें मिले और पूछने लगे कि आपसे किसने शिकायत की थी। लेकिन हमने अपने सूत्रों के नाम नहीं बताए। लालसिंह की शिकायत पर गुर्जर पक्ष के लोगों के खिलाफ हमने पीआर काट दी थी। उनके द्वारा 10-15 साल से वनभूमि में खेती की जा रही है।
लाठियों से हमला किया, मारी गोली-
इस झगड़े में एक गोली मारे जाने के बाद इस विवाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर आया। शेरगढ़ गांव में सुबह हमले का लाइव वीडियो सामने आया है। दूसरे पक्ष के लोग मृतक पक्ष के घर आ धमके और लाठियों से हमला कर दिया। हमले के दौरान अचानक कट्टे से गोली चली जो मृतक लालसिंह पाल की जांघ में जा घसी। परिवार की महिलाएं मदद करने आईं और इस दौरान जमीन पर काफी खून फैल चुका था। गोली लगने से जख्मी देख हमलावर मौके से भाग निकले।
500 बीघा से ज्यादा वन भूमि का विवाद-
मृतक पक्ष के विशाल बघेल का कहना है कि मृतक लालसिंह के खाते की 7 बीघा पर भी दूसरे पक्ष ने जबरदस्ती कब्जा कर लिया है। राजस्व विभाग में धारा 250 का दावा लगा है लेकिन आज तक प्रशासन ने सुनवाई नहीं की। दूसरे पक्ष वन विभाग की 500 बीघा से अधिक जमीन जोते हुए है। मृतक लालसिंह ने भी जमीन जोतने की कोशिश की थी। दूसरे पक्ष ने उनका ट्रैक्टर पकड़वा दिया था। लालसिंह ने खुद वन विभाग में शिकायत की थी लेकिन उन्होंने अवैध खेती पर कार्रवाई नहीं की। इसी कारण आज घटना हो गई और लालसिंह की हत्या कर दी।