समग्र सुरक्षा,स्वच्छता और जागरूकता अभियान से बदल सकती है सड़कों की तस्वीर:दुर्घटना का कारण बन सकते है मवेशी और अतिक्रमण
दमोह से धीरज जॉनसन
दमोह जिले में सड़क मार्ग पर होने वाली वाहन दुर्घटनाओं एवं जन धन हानि के मामले सामने आने के बाद भी इससे बचाव के लिए जागरूकता अभियान या सड़क दुरस्तीकरण की तीव्र गति दिखाई नहीं देती, शहर में भी जगह जगह सड़कों पर मवेशी घूमते और आराम फरमाते दिखाई देते है जो आवागमन को प्रभावित करते है साथ ही दुर्घटना का कारण बनते है परंतु इन्हे हटाने की मुहिम नहीं चलाई जाती इस संबंध में मुख्य नगर पालिका अधिकारी बी एल सिंह का कहना था कि अभियान चला कर मवेशियों को गौशाला भेजा जाएगा।
साइन बोर्ड पर पूर्व नपा अध्यक्ष का नाम
सड़क मार्ग के गड्ढे और गिट्टियों से लोग परेशान है जिनमें सुधार नहीं हुआ और नगरीय निकाय चुनाव संपन्न होने और नए नगर पालिका अध्यक्ष के पदासीन होने के बाद भी पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष का नाम अभी भी सड़कों पर लगे साइन बोर्ड में दिखाई देता है जिसे अलग नहीं किया गया।
सड़क किनारे रेत स्टॉक:अनुमति पर संशय
शहर में गृह निर्माण के कार्यों में गति आने के बाद जगह जगह रेत के स्टॉक दिखाई देने लगे है जो ऑर्डर मिलने पर ट्रैक्टर ट्राली के द्वारा निर्धारित स्थानों पर रेत पहुंचाते है कहीं कहीं एक प्लेन ट्राली रेत की कीमत भी तकरीबन 3800 रुपए और पूरी भरी ट्राली की कीमत 6000 रुपए से अधिक तक पहुंचती है परंतु इस तरह के स्टॉक करने के स्थान पर यह संशय भी रहता है कि इन्हे अनुमति कहां से और किस आधार पर प्राप्त हुई।शहर के सिविल वार्ड नंबर पांच में एस बी आई चौराहे से कुछ दूर केंद्रीय विद्यालय मार्ग की ओर जाने पर दाहिनी ओर पानी की टंकी के पास ऐसे ही टपरे बना कर रेत के स्टॉक कर लोग इसे बेचते है और जरूरत के स्थान पर पहुंचाते हैं इस संबंध में जब खनिज अधिकारी एम सिंह से जानकारी ली गई तो उनका कहना था अनुमति नहीं है चैक करेंगे व कार्यवाही की जाएगी।
सड़क किनारे होने लगे कब्जे
शहर की जनसंख्या में बढ़ोत्तरी के बाद अधिकांश मार्गों में वाहनों का शोर और भीड़ दिखाई देने लगी है सड़क किनारे और फुटपाथ पर भी लोगों ने कब्जा करना शुरू कर दिया है जिस पर जिम्मेदारों की नजर शायद अब तक नहीं गई है जबकि इससे मार्ग सकरा और दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है और आसामाजिक तत्वों का जमावड़ा भी हो सकता है केंद्रीय विद्यालय से एस बी आई चौराहे की ओर जाने पर भी सड़क किनारे टपरों की संख्या बढ़ती जा रही है जिससे आवागमन प्रभावित तो होता है साथ ही आपराधिक गतिविधियां भी बढ़ सकती है, इस मार्ग पर स्कूल,क्लीनिक, कॉलोनी,आवश्यक कार्यों के ऑफिस विद्यमान है परंतु इस और शायद अब तक जिम्मेदारों का ध्यान नहीं गया है।
न्यूज स्रोत:धीरज जॉनसन