शिकायत के बाद भी नही हुआ समस्या का समाधान
सलामतपुर रायसेन से अदनान खान की रिपोर्ट
रायसेन जिले के कुछ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पोस्टमार्टम के लिए मर्चुरी रूम नही हैं। जिसकी वजह से घटना या दुर्घटना में मृतक व्यक्ति के शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए परिजनों को यहां वहां भटकना पड़ता है। कई बार इस बड़ी समस्या से शासन व प्रशासन को अवगत कराने के उपरांत भी समस्या का समाधान नही हुआ है। जिले के सलामतपुर थाना क्षेत्र के दीवानगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मर्चुरी रूम नहीं होने से अस्पताल के पीछे खुले में शवों का पोस्टमार्टम किया जाता है। हॉस्पिटल के पीछे खेत लगे हुए हैं इससे खेत पर पहुंचने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
लेकिन प्रशासन के ध्यान नहीं देने के कारण इस अस्पताल पर निर्भर आसपास के 20 गांवों के लोगों को परेशानी हो रही है। दीवानगंज से होकर भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे- 18 भी निकलता है। जिस पर आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। इन दुर्घटनाओं में कई लोगों को मौत हो जाने के बाद उनका पोस्टमार्टम दीवानगंज के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर किया जाता है। लेकिन इस अस्पताल में मर्चुरी रूम के अभाव में शवों का पोस्टमार्टम या तो खुले में होता है या फिर सांची भेजा जाता है। यदि रात के समय मृतक के शव को रखना हो तो मजबूरन रायसेन भेजना पड़ता है। यही हाल सलामतपुर के स्वास्थ्य केंद्र का भी है। सलामतपुर स्वास्थ्य केंद्र में भी पोस्टमार्टम के लिए रूम नहीं है। जिस कारण यहां पर पोस्टमार्टम नहीं होता है। अगर किसी की दुर्घटना से मृत्यु होती है तो सांची या रायसेन ले जाना पड़ता है। जिससे मृतक के परिजनों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। और शव के अंतिम संस्कार होने में काफी लंबा समय लग जाता है।