शरद शर्मा बेगमगंज रायसेन
जहां एक और पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है वहीं दूसरी ओर निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार पूरे प्रदेश में चरम पर है जिसकी पोले खुल रही हैं लेकिन शासन में बैठे लोग उस पर लीपापोती करने में लगे हुए हैं ।अभी भारुडपुरा डैम फूटने की कगार पर होने से वहां पर भ्रष्टाचार का मामला उजागर हुआ और करोड़ों रुपए शासन के बर्बाद हो गए कई गांव डूब की चपेट में आने के करीब हैं यह मामला अभी सुर्खियों में चल ही रहा था कि बेगमगंज तहसील के बीना नदी पर ईदगाह के करीब बनाया गया पुल पहली ही बारिश में अपने निर्माण में हुई भ्रष्टाचार की कहानी बयां करने लगा ।
ब्रिज कारपोरेशन द्वारा ठेकेदार के माध्यम से तैयार कराए जा रहे करीब ढाई करोड़ रुपए की लागत के इस पुल के अभी विभाग को हस्तांतरित होने से पहले ही पुल का एक हिस्सा बुरी तरह से धसक गया है। 24 घंटे से क्षेत्र में हो रही बारिश के कारण बीना नदी उफान पर है काफी दूर-दूर तक पानी फैला हुआ है आसपास के इलाकों के रास्ते बंद हो चुके हैं करीब 2 दर्जन गांव का सड़क संपर्क विदिशा से टूट गया है। इसी बीच बीना नदी पुल का एक हिस्सा करीब 20 से 25 फीट इलाके का करीब 3 फीट नीचे धसक गया है। पुल के धसकने से आई दरारें मुंह चिढ़ाती नजर आ रही है। जिससे स्पष्ट हो रहा है कि भ्रष्टाचार किस हद तक पुल के निर्माण में किया गया है ।रायसेन और विदिशा जिले के करीब दो दर्जन ग्रामों के लोगों को बरसों के बाद खुशी थी कि बीना नदी के माला घाट पर बनने वाला यह पुल का निर्माण पूर्ण होने पर उनका आवागमन बारिश में भी अवरुद्ध नहीं हो पाएगा लेकिन उनकी खुशी पहली ही बारिश में काफूर हो गई और पुल के एक हिस्से के धसकने से आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है। यहां दो पहिया वाहन तक किसी भी तरह से नहीं निकल पाएंगे लोग जोखिम लेकर पैदल वहां से निकलने का प्रयास जरूर कर रहे हैं । वर्षा अधिक होने से बीना नदी काफी दूर तक फैली हुई है । हमारे प्रतिनिधि द्वारा जान जोखिम में डालकर कमर कमर पानी में से होते हुए पुल पर पहुंचकर यह वीडियो और फोटो कवरेज किए हैं जिन्हें देखने के बाद स्पष्ट हो रहा है कि जमकर भ्रष्टाचार किया गया है लाखों रुपए की लागत का यह पुल पहली बारिश में धराशाई होता नजर आ रहा है।
पहले पुल की लागत करीब ढेड़ करोड़ रुपए थी लेकिन बीना बांध के डूब क्षेत्र के सर्वे के उपरांत इस पुल की ऊंचाई को बढ़ाया गया ताकि आवागमन में किसी तरह का व्यवधान पैदा ना हो बड़ी ऊंचाई के बाद लागत ढाई करोड़ के करीब पहुंच गई। ब्रिज कारपोरेशन द्वारा बनवाए जा रहे इस पुल का ठेका आदित्य कंस्ट्रक्शन कंपनी गुजरात के लिए दिया गया था । निर्माण पूरा होने के बाद ठेकेदार द्वारा अभी बारिश से पूर्व ही अपना सामान यहां से उठाकर ले जाया गया है। पुल अभी विभाग को हस्तांतरित नहीं हो पाया और यह स्थिति निर्मित हो गई है आमजन पुल निर्माण में किए गए भ्रष्टाचार की बातें चौक चौपालों पर करते नजर आ रहे हैं और जांच की मांग भी कर रहे हैं।
क्षेत्र के जागरुक पत्रकारों द्वारा स्थानीय अधिकारियों को पुल के धसकने की जानकारी दी गई है लेकिन बीना नदी के उफान पर होने और दूर-दूर तक पानी के फैलाव के कारण स्थानीय अधिकारी अभी पुल का निरीक्षण करने मौके पर नहीं पहुंच पाए हैं।
इस संबंध में आदित्य कंस्ट्रक्शन के जिम्मेदार अधिकारी जिन्होंने अपना नाम नहीं बताया उनका कहना है कि पुल के शुरुआत का हिस्सा धसका है जिसका सुधार कराया जाएगा पुल में किसी तरह की कोई खराबी नहीं आई है।
इस संबंध में एसडीएम अभिषेक चौरसिया का कहना है कि स्थल निरीक्षण करने के बाद ब्रिज कारपोरेशन को सूचित कर स्थिति से अवगत कराया जाएगा।