दमोह से धीरज जॉनसन
दमोह शहर के समीप पीएम आवास योजना के अंतर्गत करोड़ों की लागत से बनी कॉलोनी और नव निर्माण में अल्प अवधि में ही टूट फूट और गुणवत्ता की कमी परिलक्षित होती है, जिससे यहां के रहवासी भी चिंतित है।
इन आवासों की ओर जाने पर कहीं कहीं सड़क मार्ग खराब हो चला है और वहां पानी भरा हुआ है तो कहीं पाइप टूटे हुए दिखाई देते है बिल्डिंग की दीवारों के पलस्तर गिर रहे है और उनमें दरार दिखाई देने लगी है जिन्हे देखकर लगता है कि कुछ समय पश्चात ये गिर भी सकती है।कुछ घरों की खिड़कियों के पल्ले गिर गए है तो कुछ हवा में झूल रहे है कहीं इन्हे रस्सी से बांध कर काम चलाया जा रहा है अगर ये ऊपर से गिर गए तो अन्य हानि भी हो सकती है।
यहां बिजली आपूर्ति की अभी तक पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण कहीं कहीं सीधे डीपी से फेस लिया जाना भी दिखाई देता है ट्रांसफार्मर लगे हुए है पर केबिल नहीं है इसलिए अर्थ नहीं आता और लाइट नहीं पहुंचती इसलिए डायरेक्ट फेस लगे हुए है।
हालांकि शुक्रवार को विद्युत विभाग द्वारा कनेक्शन देने के लिए शिविर लगाया गया इसके बाद कार्यवाही की जाने की बात भी सामने आई इनके अनुसार अभी अस्थाई कनेक्शन चल रहे है और जल्द सप्लाई ठीक हो जाएगी,पर यहां किसी किसी ब्लॉक में अभी तक तो बिजली के खम्बो से तार के जाल घरों तक जाते हुए दिखाई देते है।
पानी की टंकी निर्माणाधीन होने के कारण पेयजल आपूर्ति के लिए टैंकर भी आते है और घरों के सामने प्लास्टिक की टंकी और बाल्टियां रखी रहती है यहां कुछ जगहों पर भवन के खाली स्थान को घेर कर उनमें रोजमर्रा के जरूरत के सामानों को रख लिया गया है और छोटी छोटी दुकानें भी खुल गई है बहरहाल लोग यहां रहने लगे है पर बुनियादी सुविधाएं धीरे धीरे पहुंच रही है।
न्यूज स्रोत:धीरज जॉनसन