– एसडीएम और शिक्षा विभाग को पालकों ने दिया ज्ञापन
– परिजनों का आरोप – लिटिल फ्लावर स्कूल ने अकारण बच्चों को पहले रोका अब दबाव बना रहे, प्रबंधन ने आरोप नकारे
रायसेन। जिले के गैरतगंज नगर के निजी शिक्षण संस्थान लिटिल फ्लावर स्कूल में दो दिन पहले आधा दर्जन बच्चों को प्रबंधन द्वारा रोके जाने पर हुए हंगामे व शिकवा शिकायत के बाद अब स्कूल प्रबंधन बच्चों व उनके पालकों पर कई तरह के दबाव बना रहा है। पालकों ने शनिवार को फिर इस मामले की शिकायत एसडीएम एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों को ज्ञापन देकर की है तथा कार्रवाई की मांग उठाई है। पालक इसके पहले पुलिस को शिकायत दर्ज करा चुके हैं।
मिली जानकारी के अनुसार निजी शिक्षण संस्था लिटिल फ्लावर स्कूल में दो दिन पहले शुक्रवार को स्कूल प्रबंधन द्वारा स्कूल के आधा दर्जन छात्र छात्राओं को रोक लिया था। इस मामले में पालकों का आरोप है कि प्रबंधन मनमानी पूर्वक बच्चों को परेशान करता है वहीं स्कूल प्रबंधन ने आरोपों को नकारते हुए अपना पक्ष रखा था कि बच्चे अपनी बाइक स्कूटी से स्कूल आते हैं जो गलत है। इसीलिए स्कूटी बाइक को रोक दिया था बच्चों को नहीं रोका गया। इस मुद्दे को लेकर स्कूल में हंगामा भी हुआ था तथा पुलिस को हस्तक्षेप कर मामला शांत कराना पड़ा था। शनिवार को फिर पालकों ने एसडीएम एवं शिक्षा विभाग के बीआरसी कार्यालय जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराई तथा ज्ञापन देकर प्रबंधन पर कार्रवाई की मांग की। पालक मुकेश जैन, आशीष जैन एवं देवीसिंह कुशवाहा का कहना है कि स्कूल प्रबंधन द्वारा पालकों की ओर से घटनाक्रम की शिकायत कर दिए जाने के चलते शिकायत वापिस लेने एवं इसके अभाव में टीसी दे दिए जाने का दबाव बनाया जा रहा है। पालकों का यह भी कहना है कि प्रबंधन मनमानी पूर्वक उनके स्वयं के वाहनों की बजाय स्कूल बस से बच्चों को भेजने का दबाव भी बनाता है। शनिवार को इन पालकों ने अपने बच्चों अक्षरा जैन, अर्हम जैन पिता आशीष जैन, अनुभव पिता मुकेश जैन, देशांश, देवांश पिता देवीसिंह कुशवाहा एवं अतिशय जैन पिता संजय जैन को साथ लेकर एसडीएम एवं बीआरसी को शिकायती ज्ञापन दिया तथा स्कूल प्रबंधन पर कार्रवाई की मांग की। इनमें शामिल कुछ बच्चों ने मीडिया के सामने यह बयान भी दिया कि प्रबंधन के लोग वर्ग विशेष पर टिप्पणी कर उन्हें नहीं पढ़ाने का भी बोलते हैं। आक्रोशित पालकों का कहना है कि लिटिल फ्लावर स्कूल की इस मनमर्जी पर तत्काल रोक लगाई जाए तथा वैधानिक कार्रवाई की जावे।
इसके पहले स्कूल में हुए घटनाक्रम में स्कूल के प्रबंधक फादर जोशी पालकों के आरोपों को नकार चुके हैं। तथा उनका कहना है कि नियम विरुद्ध ढंग से बच्चों के बाइक स्कूटी से स्कूल आने पर प्रबंधन की आपत्ति है। किसी भी बच्चे को स्कूल में रोका नहीं गया है तथा आरोप निराधार हैं। पुलिस थाना प्रभारी इंद्राज सिंह का इस विषय में कहना है कि स्कूल में शुक्रवार को पालकों और प्रबंधन के बीच नोंक झोंक की सूचना पर पुलिस भेजी गई थी। फिलहाल मामला शांत करा दिया गया है।
गौरतलब है कि उक्त निजी स्कूल में बच्चों की छुट्टी के बाद काफी देर तक आधा दर्जन बच्चों के घर नहीं पहुंचने पर बच्चों के पालक स्कूल पहुंच गए थे तथा बच्चों को रोके जाने पर कड़ी आपत्ति जताई। यहां स्कूल प्रबंधन और पालकों के बीच तीखी नोंक झोंक हुई तथा हंगामा हो गया था। सूचना पर मौके पर पुलिस पहुंच गई तथा समझाइश देकर मामला शांत कराया गया। बच्चों के पालकों ने स्कूल प्रबंधन पर बच्चों को कैद किए जाने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी तथा शनिवार को एसडीएम और शिक्षा विभाग को शिकायती ज्ञापन दिया गया। इस विषय में दुबारा बात किए जाने पर प्रबंधक फादर जोशी का कहना है कि बच्चों या पालकों पर कोई दबाव नहीं बनाया गया है तथा पालक खुद गलती स्वीकार रहे हैं।