बरेली रायसेन से यशवन्त सराठे
नगरीय निकाय चुनाव की तारीखे घोषित होते ही गली-गली उम्मीदवारो की फौज तैयार है।
राजनैतिक दल असमंजस की स्थिति में है आखिर टिकिट किसको दिया जाये। नगर बरेली अध्यक्ष पद पिछड़ा होने से अगड़ी जातियो के मंसूबो पर पानी फिर गया ।
पिछड़ी जातियो मे अनेको जातियां है पर बरेली मे राजनैतिक पार्टिया सिर्फ दो ही समाजो पर दाव लगाना चाहती है। किरार ओर कलार अन्य समाजो के लोग भी दावेदारी कर रहे है, पर राजनीतिकार दोनो पर ही निर्भर है।विशेषकर कांग्रेस।
उम्मीदवार के चयन एवं रायसुमारी के लिये म.प्र.कांग्रेस कमेटी के व्दारा भेजे गये पर्यवेक्षक अवनीश भार्गव एवं क्षेत्रिय विधायक देवेन्द्र पटेल के समक्ष स्थानीय गेलेक्सी होटल में कांग्रैस के लगभग 50 कार्यकर्ताओ ने नगर के 15 बार्डो से अपनी दावेदारी हेतु आवेदन प्रस्तुत किये।
कार्यकर्ताओ ने सुझाव देते हुये वताया कि समन्वय समिति वनाकर विधायक के नेतृत्व मे प्रत्येक बार्ड से एक ही प्रत्याशी तय कर मैदान मे उतारा जाये।
यह भी कहा कि सभी समाजो से उम्मीदवार लिये जाये ओर जो जिस बार्ड का निवासी है उसको उसी बार्ड मे प्राथमिकता दी जाये,पर विधायक देवेन्द्र पटेल ने कहा मेरे सभी कार्यकर्ता समान है कोई खास पक्षधर नही है। हमे हर बार्ड से कांग्रेस का प्रत्याशी जिताकर लाना है। टिकिट किसी एक व्यक्ति एवं निष्टावान कार्यकर्ता को ही मिलेगा ।
इस राय सुमारी मे प्रदेश महामंत्री राजीव पालीवाल,भूपेन्द्र चौधरी,राजैश उपाध्याय,मुन्ने भाई,सै तारिक अली,डब्बू वर्मा,रासविहारी,ठा विशाल सिंह,
जुल्फकार अली,कमलेश विश्वकर्मा,रमेश सराठे,राजेन्द्र सराठे,भगवानदास उपाध्याय शैलैन्द्र राजपूत, वीरेन्द्र राजपूत,खालिद ठेकेदार,आदि उपस्थित थे।