मंत्री का वीडियो वायरल होने के बाद पीएम जनमन में शिवपुरी का नाम रोशन करने वाले अफसर को कर दिया गया सस्पेंड
– बिना पौधारोपण के वापस आने वाले मंत्री का वीडियो वायरल होने के बाद सीईओ पर गिर गई गाज
– पंचायत मंत्री का वीडियो हुआ था वायरल
रंजीत गुप्ता शिवपुरी
मध्य प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल का अधिकारियों पर भड़कते हुए का वीडियो वायरल होने के बाद अब इस मामले में शिवपुरी और पोहरी जनपद के सीईओ गिरिराज शर्मा को सस्पेंड कर दिया गया है। भोपाल से निकले आदेश के बाद सीईओ गिरिराज शर्मा को सस्पेंड किया गया है। सीईओ पर आरोप लगाए गए हैं कि उन्होंने मंत्री के दौरे के दौरान बिना पूर्व निर्धारित अनुमति के विभागीय गाइडलाईन के विरूद्ध वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया। जबकि 20 जून के बाद वृक्षारोपण कार्य किया जाना है। इसके लिए आमजन को गुमराह कर कार्यक्रम में आमंत्रित किया। मीडिया में गलत संदेश प्रसारण कराए जाने से विभागीय छवि धूमिल हुई। इस तरह के आरोपों के बाद सीईओ गिरिराज शर्मा को सस्पेंड किया गया है। जनपद सीईओ के सस्पेंड निलंबित किए जाने के बाद आप यह मामला तूल पकड़ गया है।
सबसे ज्यादा आवास बनाने वाले अफसर पर गिरी गाज-
शिवपुरी जिले में पीएम जनमन में पूरे देश में अच्छा काम हुआ है। खासकर जिले की शिवपुरी और पोहरी जनपद में पीएम जनमन के तहत सबसे ज्यादा आवास पूरे देश में बनाए गए हैं। यहां पर दोनों ही जनपदों में 8000 से ज्यादा आवास बनाए गए हैं। शिवपुरी और पोहरी जनपद में तो सहरिया आदिवासियों के लिए विशेष कालोनियां बनाई गई है जिसमें पीएम जनमन के तहत उन्हें आवास दिए गए हैं। पीएम जनमन के आवास बनाए जाने की योजना का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर के सीएम मोहन यादव और राज्यपाल ने भी यहां के हितग्राहियों से संवाद किया और उन्हें योजना जो लाभ दिया गया इसके बारे में जानकारी ली। इसके बाद भी पीएम जनमन में जिस अधिकारी ने सबसे अच्छा काम किया उस पर मंत्री जी की वीडियो वायरल होने के बाद गाज गिर गई।
वीडियो वायरल होने के बाद पंचायत मंत्री विवादों में –
देखा जाए तो पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत पोहरी जनपद के ग्राम पंचायत देवपुरा में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत पहुंचे थे। इस दौरान यहां पर भी एकाएक नाराज हो गए जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। जिसमें वह अधिकारियों के बाद में अभ्रद टिप्पणी कर रहे हैं। यह वीडियो स्थानीय मीडिया के अलावा सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इससे पहले मांग पत्र को भीख बताने के बयान पर भी पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल विवादों में घिर चुके हैं।