-वन विभाग ने मुनादी दी आवश्यक होने पर जंगल में लाठी के साथ जाने किया अनुरोध
शरद शर्मा बेगमगंज रायसेन
इन दोनों रायसेन जिले के विभिन्न क्षेत्रों में कहीं शेर तो कहीं तेंदुए की चल अकादमी पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बनी हुई है वन विभाग की टीमें बराबर लोगों को सचेत करते हुए रेस्क्यू में लगी हुई है।
आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से बेगमगंज से लगा हुआ सुमेर गांव के पास तेंदुएं की मौजूदगी की अफवाह से ग्रामीणों में दहशत का माहौल था। लेकिन एक काले हिरन के शिकार किए जाने पर हिरन के अवशेष मिलने पर शिकारी जानवर के पग मार्क की गहनता से वनकर्मियों द्वारा जांच किए जाने पर वह लकड़बग्घा निकला । पर राहतगढ़ के जंगलों में आग लगने की वजह से बेगमगंज के आसपास के क्षेत्र में जंगली जानवरों की तादाद में बढ़ोतरी हुई है इसकी वजह है पानी का होना और ज्यादा शिकार का मिलना इस वजह से जंगली जानवरों का मूवमेंट बढ़ रहा है बेगमगंज वन परिक्षेत्र अधिकारी अरविंद अहिरवार रात्रि गस्त दिन में वन विभाग की टीम गस्त करके गांव गांव में मुनादी करवा रहे हैं जनसंवाद करवा रहे हैं ताकि जंगली जानवर का कोई इंसान शिकार न बन सके अकेले में ना निकले दो-चार लोग एक साथ खेतों पर जाएं एवं लाठी डंडे लेकर जाए जानवर के देखने पर जोर-जोर से चिल्लाए जिससे जंगली जानवर आप पर हमला न करें और वह अपने रास्ते निकल जाए
लकड़बग्घा तेंदूआ हिरण खरगोश चीतल बहुत ज्यादा देखने को मिल रहे हैं
पहले ग्रामीणों का कहना था कि तेंदुआ और उसका बच्चा है, पर आज वन विभाग की टीम को सूचना मिली की समर के पुल के पास तेंदुआ खेतों में विचरण कर रहा है तब कुछ युवाओं ने उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया सूचना पाते ही
वन विभाग के कर्मचारी एवं अधिकारी तत्काल सोशल मीडिया पर बताए हुए स्थान पर पहुंचे और वीडियो के आधार पर तेंदुए की तलाश शुरू कर दी है।
सुमेर के पास उसकी मौजूदगी की वजह है नदी का होना एवं खेतों में फसलों की कटाई के बाद जंगली जानवरों का रुख जलस्रोतो की ओर हो गया है ,जिसकी वजह से जंगली जानवर अब पानी के लिए और खाली खेत होने की वजह से वहां मूवमेंट कर रहे है ।
बेगमगंज तहसील में तेंदुए और लकड़बग्घा ज्यादा पाए जा रहे हैं उसकी वजह सिर्फ अपनी पर्यावरण जंगल में अवैध शिकार पर पूर्णरूप से प्रतिबंध की वजह से बेधड़क होकर जंगली जानवर विचरण कर रहे हैं सजक रहे हैं सतर्क रहें सावधान रहें
गत दिनों एक लकड़बग्घा ने एक काले हिरण का भी शिकार किया ग्रामीणों में डर और दहशत बनी हुई है कि यह तेंदुआ है वन विभाग की टीम ने लोगों को समझाया कि आप लोग अकेले ना निकले अगर जा रहे हैं तो लाठी लेकर निकले और उस पर हमला न करें ।
भीषण गर्मी को देखते हुए नदी के पास घूम रहा है दो-तीन दिन तक उसका मूवमेंट इधर रहेगा फिर वह आगे निकल जाएगा ।
इस संबंध में वन परिक्षेत्र अधिकारी अरविंद अहिरवार का कहना है की सोशल मीडिया पर डाले गए वीडियो में लकड़बग्घे से साइज में बड़ा दिखाई दे रहा है स्पष्ट नहीं कहा जा सकता कि वह तेंदुआ है फिर भी वन विभाग की टीम लोगों से सतर्कता बरतते हुए जांच में जुटी हुई है।