आगरा में सन 1916 में ग्रंथालय की स्थापना करने वाले शाह चिरंजीवलाल पालीवाल की पौत्री हे श्रीमती उषा पालीवाल
भोपाल। आगरा में सन 1916 में ग्रंथालय की स्थापना करने वाले शाह चिरंजीवलाल पालीवाल की पौत्री श्रीमती उषा पालीवाल तथा गांधीवादी कर्मयोगी डा. राकेश कुमार पालीवाल की धर्मपत्नी श्रीमती संगीता पालीवाल ज्ञानतीर्थ सप्रे संग्रहालय का अवलोकन करने के लिए पधारीं। उल्लेखनीय है कि पालीवाल परिवार की तीन पीढ़ियों- श्री चिरंजीवलाल पालीवाल, श्री देवदत्त पालीवाल एवं श्री विजयदत्त पालीवाल ने एक सौ वर्ष तक आगरा में चिरंजीव पुस्तकालय का सफल संचालन किया। उसका विस्तार एवं विकास किया। सन 2015 में पालीवाल परिवार ने भावी पीढ़ियों के ज्ञान लाभ और संग्रहीत साहित्य की सुरक्षा के लिए अपने पुस्तकालय का विलय सप्रे संग्रहालय, भोपाल में कर दिया। परिवार की दोनों प्रबुद्ध महिलाओं ने सप्रे संग्रहालय के सभी प्रभागों का अवलोकन किया। उन्होंने रखरखाव, जमावट और संरक्षण की व्यवस्था पर संतोष प्रकट किया।