भोपाल। गांधी चिकित्सा महाविद्यालय भोपाल में एमबीबीएस 2024 बैच के छात्र- छात्राओं के अभिभावकों के साथ पेरेंट्स – टीचर्स मीटिंग का आयोजन किया गया । यह प्रथम अवसर था कि प्रदेश के किसी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में अधिष्ठाता एवं चिकित्सा शिक्षकों और चिकित्सा छात्रों के अभिभावकों के मध्य आधिकारिक तौर पर बैठक हुई। इस बैठक में चिकित्सा छात्रा छात्राओं के हित को ध्यान में रखते हुए अनेक चर्चाएं हुईं।
अभिभावकों को एन. एम. सी. निर्धारित कॉम्पिटेंसी आधारित पाठ्यक्रम की महत्ता के विषय में बताया गया। व्याख्यानों एवं क्लिनिकल कक्षाओं में छात्र- छात्राओं की उपस्थिति अति महत्वपूर्ण है, यह भी समझाया गया। अधिष्ठाता महोदया द्वारा महाविद्यालय परिसर में नियमों के पालन, अनुशासन एवं पेशे की गरिमा बनाए रखने की बात कही गई। कक्षाओं में उपस्थिति कम होने पर एवं अनुशासनहीनता की शिकायत होने पर किसी प्रकार की ढील नहीं दी जाएगी एवं महाविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्रों के अभिभावकों को सूचना दी जाएगी। इन मामलों में त्वरित जांच करके उचित कार्यवाही की जाएगी।
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय हुआ कि प्रति 6 माह में महाविद्यालय में इस बैठक का आयोजन नियमित रूप से किया जाएगा। अभिभावक गण, चिकित्सा शिक्षक एवं अधिष्ठाता मिल कर चिकित्सा छात्रों के भविष्य की बेहतरी हेतु कार्य करेंगे। छात्र छात्राओं के अभिभावकों द्वारा महाविद्यालय प्रशासन के इस प्रयास की सराहना की गई।
मीटिंग के दौरान अधिष्ठाता डाॅ कविता सिंह के साथ साथ डॉ सुधीर सिंह पाल, डॉ एना एलेक्स, डॉ यशपाल रमोले, डॉ रतन कुमार, डॉ तृप्ती सक्सेना, डॉ राजेन्द्र बराव भी उपस्थित रहे।