भोपाल-विदिशा NH 18 अब बनेगा फॉरलेन, सुखी सेवनिया, बालमपुर दीवानगंज सलामतपुर तक रोड बनने का प्रस्ताव हुआ पास
आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में रोड को लेकर खुशी की लहर, कई बरसों बाद रोड की मिलेगी कई गांवों को सुविधा
मुकेश साहू दीवानगंज रायसेन
भोपाल से सूखी सेवनिया,बालमपुर, दीवानगंज, बेरखेड़ी , सलामतपुर से विदिशा तक रोड को चौड़ा किया जा रहा है। प्रदेश के मुख्य सचिव अनुराग जैन की अध्यक्षता में 44 वीं राज्यस्तरीय साधिकार समिति की बैठक में इसे 4 लेन करने की मंजूरी दी गई। पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप प्रोजेक्ट के अंतर्गत यह स्वीकृति दी गई है। मंत्रालय में हुई उच्च स्तरीय बैठक में मुख्य सचिव ने इस प्रोजेक्ट में एक्सप्रेस-वे जैसा बाईपास, सर्विस रोड, पीएम गतिशील पोर्टल में पर्यटन को जोड़ने और दीवानगंज के पास स्थित कर्क रेखा के पास पर्यटन की व्यवस्था करने को कहा।
भोपाल-विदिशा रोड हाईवे 18 को 2 लेन से 4-लेन किया जाएगा। एमपीआरडीसी ने इसके निर्माण का प्रस्ताव दिया है। इसका निर्माण हाइब्रिड एनीयुटी मोड पर होगा। राज्यस्तरीय साधिकार समिति की बैठक में इस पर सहमति दी गई। अब 4 लेन के लिए मंत्रि-परिषद का अनुमोदन प्राप्त किया जायेगा। भोपाल से विदिशा की वर्तमान सड़क 2 लेन है। इस राज्य राजमार्ग की लंबाई 35.11 किमी है। राजमार्ग हाईवे 18 भोपाल के भानपुर के अयोध्या बाईपास से प्रारंभ होता है और सांची-सलामतपुर जंक्शन पर हाईवे 146 पर समाप्त होता है। यह सड़क भोपाल और रायसेन जिलों से होकर विदिशा को जोड़ती है।
भोपाल के उपनगरीय इलाकों भानपुर, चोपड़ा कला, सूखी सेवनियां, डोब, बालमपुर, से होते हुए यह रोड दीवानगंज और सलामतपुर जैसे शहरों को भी जोड़ती है। नई 4 लेन परियोजना की कुल लंबाई 44.80 किमी रहेगी जिससे तीनों जिलों में आने जाने वालों की खासी सुविधा हो जाएगी।
बता दे की भोपाल विदिशा हाईवे 18 पर लगातार दुर्घटनाएं हो रही थी जिसमें अभी तक कई लोग घायल हो गए तो कई लोगों की मौत भी हो चुकी है ।1 साल के अंदर भोपाल विदिशा हाईवे 18 पर भानपुर भोपाल से लेकर सलामतपुर त्रिमूर्ति चौराहे तक 80 दुर्घटनाएं हो चुकी है जिनमें 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए तो वही 30 लोगों की अभी तक मौत हो चुकी है इस रोड पर सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं बालमपुर घाटी, कुल्हाड़ियां गांव, और लंबा खेड़ा गांव पर हुई है। रोज की दुर्घटनाओं से सुखी सेवनिया , दीवानगंज, सलामतपुर पुलिस खासा परेशान थी। पिछले साल भी लामा खेड़ा मोड पर तीन पत्रकारों की दुर्घटना में मौत हो गई थी जो विदिशा के रहने वाले थे उस समय भी रायसेन कलेक्टर ने रोड को लेकर संज्ञान लिया था। रोड प्रस्ताव बनाकर उच्च अधिकारियों को भेजा था तब से लेकर आज तक इस रोड पर और भी कई दुर्घटनाएं हो चुकी है। इन दुर्घटनाओं का एक बड़ा कारण रोड की चौड़ाई कम होना, और रोड की हालत खराब होना है। 40 किलोमीटर मार्ग पर जगह-जगह गहरे गड्ढे है जिनकी देखभाल नहीं होने के कारण दुर्घटनाओं में इजाफा हुआ है।
डेढ़ महीने पहले ही रोड की हालत को लेकर दीवानगंज के आसपास के ग्रामीणों ने चक्का जाम किया था चक्का जाम के समय, रायसेन एसडीएम मुकेशसिंह,नायब तहसीलदार नियति साहू,थाना प्रभारी दिनेश सिंह रघुवंशी घटनास्थल पर पहुंचे थे। नायब तहसीलदार और थाना प्रभारी के कहने पर भी ग्रामीणों ने चक्का जाम समाप्त नहीं किया था। रायसेन एसडीएम मुकेशसिंह के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने चक्का जाम समाप्त किया था उसे समय एसडीम ने 15 दिन का समय ग्रामीणों को दिया था और कहा था कि 15 दिन में आपकी समस्या हल हो जाएगी।
चक्का जाम किया था उस समय ग्रामीण से बात करते एसडीम ने 15 दिन के अंदर रोड को सही करने का आसान दिया था।
वही विदिशा के विभिन्न सामाजिक, धार्मिक और व्यापारियों संगठनो ने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी , केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, और मुख्यमंत्री मोहन सिंह यादव के नाम कलेक्टर को जापान सौंपा था। जिसमें भोपाल विदिशा हाईवे को ऑनलाइन में बदलने का जिक्र था।