नटेरन विदिशा। पुलिस अधीक्षक रोहित काशवानी के निर्देशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉक्टर प्रशांत चौबे एवं एसडीओपी बासौदा मनोज मिश्रा के मार्गदर्शन में थाना नटेरन अंतर्गत ग्राम नयागोला पर श्रीकृष्ण विद्या सागर कॉन्वेंट हाईस्कूल पर आयोजित बाल मेला के अवसर पर थाना नटेरन पुलिस के द्वारा ‘जनचेतना शिविर’ आयोजित किया गया ।
उक्त शिविर में क्षेत्र के गणमान्य नागरिक,जिला पंचायत सदस्य कल्याण सिंह अहिरवार ,सरपंच प्रतिनिधि धीरज सिंह रघुवंशी, बीआरसी ईश्वर शर्मा, विद्यालय संचालक मुकेश मालवीय समेत महिलाएं और बच्चे करीब 300 की संख्या में शामिल हुए। थाना प्रभारी श्री आशुतोष सिंह राजपूत के द्वारा विद्यालय के बच्चों , अभिभावकों, स्टाफ व ग्राम वासियों को अग्र उल्लेखित महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा कर जानकारी दी गई –
नशा मुक्ति-
पुलिस अधिकारियों ने लोगों को *नशा मुक्ति अभियान* के बारे में विस्तार से बताया और नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया। उन्होंने बताया कि नशा अपराधों को बढ़ावा देता है और समाज को नुकसान पहुंचाता है। लोगों से अपील की गई कि वे स्वयं नशा न करें और दूसरों को भी नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करें। साथ ही, नशे की अवैध गतिविधियों की जानकारी पुलिस को दें।
सामाजिक सदभाव एवं समानता –
जनचेतना शिविरों में समानता के अधिकार पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया । यह बताया गया कि हमें जाति, धर्म या लिंग के आधार पर भेदभाव नहीं करना चाहिए, बल्कि आपस में मिल-जुलकर रहना चाहिए और एक-दूसरे का सहयोग करना चाहिए। इससे समस्त मानव जाति का कल्याण होगा।
साइबर सुरक्षा-
साइबर अपराधों से बचाव के लिए, साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 के बारे में विस्तार से बताया गया। साथ ही, वर्तमान में बढ़ते साइबर धोखेबाजी के तरीकों से बचने के लिए आवश्यक सावधानियां बताई गईं। विशेष रूप से, “डिजिटल वॉलेट” का सुरक्षित उपयोग करने के बारे में लोगों को जागरूक किया गया।
सड़क सुरक्षा-
सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए, जन समूह को यातायात नियमों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई और वाहन दुर्घटनाओं को कम करने का संकल्प लिया गया। ‘गुड सेमीरिटन योजना’ के बारे में भी जनता को बताया गया।
महिला और बाल सुरक्षा–
बच्चों और महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों और संबंधित कानूनों के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। इस दौरान बच्चों को ‘गुड टच’ और ‘बैड टच’ के बारे में समझाया गया। महिला हेल्पलाइन ( 1090) एवं चाइल्ड हेल्पलाइन (1098) के सम्बन्ध में भी जनता को जानकारी दी गई।
ध्वनि प्रदूषण–
ध्वनि प्रदूषण के खतरों पर प्रकाश डाला गया। विशेष रूप से, लाउडस्पीकर से होने वाले ध्वनि प्रदूषण और इसके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के बारे में बताया गया। लोगों को लाउडस्पीकर का इस्तेमाल कम से कम करने के लिए प्रेरित किया गया।
शिविरों में आम जन की समस्याओं को सुना गया और उन्हें यथासंभव शीघ्र निराकृत करने का आश्वासन दिया गया। लोगों से अनुरोध किया गया कि वे क्षेत्र में होने वाली संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी पुलिस को दें। उन्हें आश्वस्त किया गया कि पुलिस इन सूचनाओं पर तुरंत कार्रवाई करेगी।