मुकेश साहू दीवानगंज रायसेन
एक बालक रेल की पटरी किनारे चलते-चलते रात के समय महुआ खेड़ा, भंवर खेड़ी गांव पहुंच गया। गांव के चौकीदार ने दीवानगंज चौकी पर इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही दीवानगंज चौकी में पदस्थ प्रधान आरक्षक संजय लोवंसी महुआ खेड़ा ,भंवर खेड़ी गांव पहुंच कर
अजय सोनी पिता राहुल सोनी उम्र 12 वर्ष को दीवानगंज चौकी पर लेकर आए। बालक के पास ऐसा कुछ भी नहीं था जिससे पता चल सके की बालक कहां का रहने वाला है।
बालक ने बताया कि मैं मोहल्ले में खेल रहा था। किसी अज्ञात व्यक्ति मुझे लिफ्ट देकर रेल की पटरी के किनारे छोड़ कर चला गया। कहने लगा कि रेल की पटरी पटरी चले जाओ तुम घर तक पहुंच जाओगे। मैं रेल की पटरी पटरी चलते हुए यहां पर पहुंचा हूं। बालक बहुत घबराए हुआ था पुलिस ने पहले बच्चे को भोजन कराया इसके बाद बच्चे से पूछा तो बच्चा केवल नवजीवन कॉलोनी भोपाल बता पा रहा था। उसको अपने घर का कुछ भी पता याद नहीं था।
दीवानगंज चौकी प्रभारी रघुवीर सिंह दांगी, आरक्षक सुनील लोधी रात में ही भोपाल के छोला थाने पर पहुंच कर वहां से पुलिस को साथ में लेकर नवजीवन कॉलोनी पहुंचे फिर कर गलियों में घूम फिर कर बच्चे का घर तलाश किया। बच्चों का घर गली नंबर 18 में मिला । घर मिलने के बाद बच्चे को उसके मम्मी श्वेता सोनी के सुपुर्द किया। बच्चों की मम्मी ने बताया कि इसके पापा भोपाल के करोद सब्जी मंडी में काम करते हैं। एक छोटा भाई ,एक छोटी बहन हैं, मैं घर का काम संभालती हू बच्चा घर के बाहर खेल रहा था। न जाने कैसे वहां चला गया।