यशवंत सराठे बरेली रायसेन
-रेत माफियाओं का जाल नर्मदा नदी के घाटों पर अवैध उत्खनन का फैसला हुआ है न शासन का खौफ न प्रशासन का डर अनेकों वार रेत के अवैध उत्खनन पर कार्यवाही के लिये शासन प्रशासन को जनता एवं पत्रकारों द्वारा जगाया जाता है लेकिन जिस विभाग की जबाव देगी होती है वह कार्यवाही से मुंह फेर कर वचतआ नजर आता है।यदि कोई कार्रवाई होती भी है तो राजनीतिक संरक्षण में वचन जाते हैं ये माफिया इतने प्रभावशाली होते हैं कि शाम दाम दण्ड भेद सभी कुछ हथियाने में देर नहीं करते वहां अधिकारी भी नत मस्तक हो जाते हैं।
लेकिन वर्तमान में रेत माफियाओं में एस डी एम संतोष मुद्गल जी का खौफ छाया हुआ हैं जहां जहां इन रेत माफियाओं के अवैध उत्खनन का कारोबार चल रहा है वहां बरावर एसडीएम के मार्गदर्शन में राजस्व विभाग का अमला किसी भी प्रकार की कार्यवाही में चूक नहीं कर रहा हैं।
रेत का अवैध व्यापार एवं उत्खनन करने वालों पर कार्रवाई करते हुए 4 ट्रेक्टर एवं 3 ट्रालिया
बाड़ी थाने भेजी गयी वहीं 1 को बरेली थाने में घबराकर एक वाहन चालक सड़क किनारे ट्रेक्टर सहित खंती में उतर गया राजस्व अमले ने उसका वीडियो बनाकर जव्ती पंचनामा वना लिया।ओर बरेली थाने पहुंचाने की कार्यवाही की । रेत का अवैध उत्खनन मोतल सिर,सतरावन, आदि से प्रतिदिन वगलवआड़आकए पुराने रोड से बरेली परिवहन हो रहा है
फिर भी खनिज विभाग कुंभकर्णी नींद में सोया हुआ है आनन-फानन में दिखावटी कार्यवाही की जाती है,पर एसडीएम संतोष मुद्गल जी मुस्तैदी के साथ कार्यवाही करने में कोई भी कोताही नहीं व्रत रहे हैं।