-टमाटर भाड़े के रूपए न मिलने से परेशान था व्यक्ति इसलिए रची कहानी
शिवपुरी से रंजीत गुप्ता
शिवपुरी में भाड़ा उधारी के रूपए न मिलने से परेशान होकर एक व्यक्ति ने अपने ही मासूम पुत्र के अपहरण होने और फिरौती बसूलने की झूठी कहानी गढ़ते हुए पुलिस को शिकायत दर्ज कराई है, यह घटना कोतवाली थाना क्षेत्र में घटित हुई है, पुलिस ने मामला गंभीर होने के चलते सक्रियता दिखाई और चंद मिनिटों में मासूम को बरामद करते हुए पूरी घटना का खुलासा करने के बाद आरोपी के खिलाफ कार्रवाई संस्थित की है।जानकारी के अनुसार कुलदीप गुप्ता पुत्र रामजीलाल गुप्ता निवासी माधव नगर शिवपुरी, शनिवार की सुबह लगभग 7 बजे कोतवाली पहुँचे और टीआई सुनील खेमरिया को शिकायत दर्ज कराई की उसका पुत्र बंश गुप्ता उम्र 3 साल, रात्रि लगभग 8 बजे से गायब है, जिसका अभी तक कोई भी सुराग नही लग सका है, शिकायतकर्ता ने टीआई सुनील खेमरिया को बताया कि वह अपने पुत्र की तलाश कर रहा था, इसी दौरान सुबह के समय ही उसके पास एक फोन आया है कि बंश का अपहरण कर लिया गया और फिरौती की राशि 20 हजार रुपए लेकर बलारपुर के जंगल में आ जाओ। कुलदीप गुप्ता द्बारा दर्ज कराई गई शिकायत सामने आने के बाद कोतवाली पुलिस की हबाइयाँ उड़ गईं, क्योंकि मामला मासूम के अपहरण का था, मामले की गंभीरता को भांपते हुए कोतवाली पुलिस सक्रिय हो गई।कुलदीप गुप्ता द्बारा फिरौती के लिए आए फोन का नम्वर पुलिस को बताया गया, पुलिस ने अपनी छानबीन शुरू करते हुए चंद मिनिटों में अपहरण का खुलासा कर दिया, कुलदीप गुप्ता को लुधावली निवासी राजेन्द्र यादव उर्फ राजू से टमाटर भाड़े के 6 हजार रुपए लेने थे, राजू उक्त राशि को देने के लिए तैयार नही था, उक्त राशि बसूलने के उद्देश्य से कुलदीप ने अपने ही पुत्र के अपहरण का तानाबाना बुना था। कोतवाली पुलिस ने अब इस मामले में पुत्र के अपहरण की झूठी कहानी बनाने बाले कुलदीप गुप्ता को कार्रवाई की जद में ले लिया है।
इसलिए दर्ज कराई पुत्र के अपहरण की झूठी शिकायत
कुलदीप गुप्ता पिकअप वाहन को भाड़े पर चलाता है, बताया जाता है कि लगभग चार माह पूर्व राजेन्द्र यादव उर्फ राजू ने कुलदीप के वाहन में टमाटर भरकर मथुरा भेजे थे, जिसके भाड़े के 6 हजार रूपए कुलदीप को राजू से लेने थे, कुलदीप के अनुसार कई बार माँगने पर भी राजू उक्त राशि नही दे रहा था, जिसके चलते कुलदीप ने भाड़े के अपने 6 हजार रुपए बसूलने के उद्देश्य से खुद के ही पुत्र की अपहरण की झूठी कहानी बना डाली।
ऐसे हुई घटना की शुरूआत
कुलदीप गुप्ता को राजेन्द्र यादव उर्फ राजू से रुपए लेने थे, उक्त राशि को देने में राजू आनाकानी कर रहा था, जिसके चलते राजू से परेशान होकर कुलदीप गुप्ता ने शनिवार की सुबह अपने 3 बर्षीय पुत्र बंश को खुद ही लुधावली निवासी राजू के घर पर छोड़ आया और राजू के घर से लौटकर सीधा कोतवाली जा पहुँचा, जहाँ कुलदीप ने खुद के ही पुत्र के अपहरण की शिकायत पुलिस को दर्ज कराई, पुलिस ने जब मामले की जांच पड़ताल शुरू की तो चंद मिनिटों में ही खुलासा हो गया, बताया जाता है कि राजू भी कुलदीप के पुत्र को बापिस उसके घर छोड़कर पुलिस के बुलाबे पर कोतवाली पहुँच गया और झूठे अपहरण की पूरी कहानी खुलती चली गई।
क्या कहा वरिष्ठ अधिकारियों ने-
आज सुबह के समय कुलदीप गुप्ता ने खुद के 3 बर्षीय पुत्र के अपहरण और फिरौती माँगे जाने की शिकायत दर्ज कराई थी, मामला मासूम के अपहरण से जुड़ा हुआ था, जैसे ही जाँच पड़ताल शुरू की गई तो पूरा मामला ताश के पत्तो की तरह खुलता चला गया, मामला भाड़े के रुपयों के लेनदेन का था, अपहरण की झूठी शिकायत दर्ज कराने बाले व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
अजय भार्गव एसडीओपी शिवपुरी