लोकसभा चुनाव की मतगणना को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस भी पूरी तरह अलर्ट है. वहीं उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने सोमवार को आशंका व्यक्त की कि मतगणना के दौरान या उसके बाद किसी तरह का उपद्रव या शांति भंग हो सकती है. उन्होंने कहा कि सभी पुलिस कमिश्नर, एसएसपी, एसपी को सीधे पत्र भेजकर सतर्क किया गया है.
डीजीपी के अर्जेंट सर्कुलर में कई गंभीर सावधानियां बरतने को जिला पुलिस को कहा गया है. काउंटिंग को लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तनाव भरे बयान आए थे, जिसको लेकर प्रशासन चौकन्ना हो गया है.
डीजीपी ने पुलिस को किया अलर्ट
बता दें कि अलग अलग जिलों से भी कैंडिडेट्स ने धांधली की आशंका वाले बयान दिए थे. डीजीपी ने पुलिस को मतगणना के दौरान और उसके बाद सावधान रहने को कहा है. उन्होंने कहा कि उनके पास इस बात के सबूत हैं कि कुछ लोग चार जून यानी आज लोगों से बड़ी संख्या में मतगणना केंद्रों पर पहुंचने के लिए कह रहे हैं. उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
विजय जुलूस की इजाजत नहीं
डीजीपी ने कहा कि चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार मतगणना सीसीटीवी निगरानी में होगी. साथही उन्होंने कहा कि नतीजे आने के बाद विजय जुलूस की इजाजत नहीं दी जाएगी और अगर कोई निर्देशों का उल्लंघन करेगा तो कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि राज्य में सभी सात चरणों के दौरान कहीं से भी चुनाव संबंधी हिंसा की कोई जानकारी सामने नहीं आई है. डीजीपी ने बताया कि सभी जिलों में धारा 144 लागू है.
अर्धसैनिक बलों की तैनाती
डीजीपी ने बताया कि मतगणना के लिए पर्याप्त संख्या में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की भी तैनाती की गई है. उन्होंने कहा कि मतगणना स्थल की सुरक्षा के लिए तीन स्तरीय व्यवस्था की गई है. उन्होंने बताया कि सुरक्षा का पहला स्तर मतगणना स्थल से 100 मीटर की दायरे में होगा, जहां स्थानीय पुलिस बल तैनात रहेगा, जबकि सुरक्षा का दूसरा मतगणना स्थल के गेट पर होगा और जहां राज्य पुलिस बल तैनात रहेगा. सुरक्षा का तीसरा स्तर मतगणना हॉल के लिए होगा जो अर्धसैनिक बलों की निगरानी में रहेगा.