रायसेन जिले में नल जल योजनाओ के बुरे हाल
सिस्टम ने ही लाद रखी बेशर्मी,सरकार की योजनाओ को लगा रहे फ्लीता
मुकेश साहू दीवानगंज रायसेन
सांची ब्लॉक के अंतर्गत आने वाली पंचायत शाहपुर के ग्राम खेरूआ टोला में एक वर्ष पहले नल जल योजना के तहत पाइपलाइन डाली गई थी। बोर भी कराया गया था बोर में आज तक मोटर नहीं डाली गई। जिससे ग्रामीण पानी के लिए परेशान हो रहे हैं। गांव के ग्रामीण डेढ़ किलोमीटर तीन रेल की पटरी पारकर पानी लाने को मजबूर हो रहे हैं।
राज्य सरकार और केंद्र सरकार घर-घर टोटी से पानी पहुंचाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है मगर ग्रामीणों को फिर भी पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। जबकि खेरुआ टोला गांव में नल जल योजना के तहत पाइप लाइन पी एच ई विभाग द्वारा 1 साल पहले बिछा दी गई है। जो बोर विभाग द्वारा कराया गया है इसमें आज तक मोटर नहीं डाली गई है। खेरुआ टोला गांव में रहने वाले प्रीतम गोंड, भारत गोंड, प्रकाश गोंड बताया कि हमने कई बार ठेकेदार को फोन लगाकर पाइपलाइन नहीं चलने की शिकायत की है। ठेकेदार फोन पर कह देता है कि एक-दो दिन में हम लोग तुम्हारे गांव आ रहे हैं। मगर एक साल हो गई अभी तक लाइन चालू नहीं हुई। नल जल योजना के तहत खेरुआ टोला गांव में पाइपलाइन एक साल बिछाई गई थी। आज तक बेसी ही पड़ी है। कही जगह पाइपलाइन के जॉइंट भी खुल गए हैं।
गांव के निवासी प्रीतम सिंह गौड़ ने कहा कि गांव 400 की जनसंख्या है। जिसमें 250 वोटर है। जनप्रतिनिधि हर बार वोट लेने से पहले सुविधा का वादा करते हैं मगर वोट लेने के बाद इस तरफ मुड़कर भी नहीं देखते हैं।
वही खेरुआं टोला मैं रहने वाली राजकुमारी गोंड, रेखा गोंड, इमरती बाई गोंड, कहती है कि हम खेरुआँ टोला से डेढ़ किलोमीटर दूर तीन रेल की पटरिया पार कर मुक्तापुर से पानी भरकर अपने घर लेकर आती है। हमेशा रेल की पटरिया पार करने में डर लगा रहता है कहीं ट्रेन ना आ जाए मगर फिर भी मजबूरी में हमें रोज रेल की पटरिया पर करना पड़ रहा है।
प्रीतम सिंह गोंड ने कहा कि हम ठेकेदार पंकज चौधरी को फोन लगाते हे तो ठेकेदार आज कल आज कल करते है कहते हैं कि मैं अभी व्यस्त हूं। लेकिन आता कोई नहीं है। ग्रामीणों ने सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज कराई। लेकिन उस शिकायत का भी कोई हल नहीं हुआ है। पद सांची में भी शिकायत किया उसका भी अभी तक कोई हल नहीं हुआ है। गांव में आने जाने के लिए रास्ता भी नहीं है रेल की पत्तियों के उसे पर मोटरसाइकिल रखकर हम अपने गांव आ पाते हैं रात के समय मोटरसाइकिल मुक्तापुर गांव में किसी के यहां रखकर अपने गांव में आते हैं दिन के समय मोटरसाइकिल रेल की पत्तियों के उसे पर एक आम के पेड़ के नीचे रखकर गांव आना पड़ता है।
गांव की महिलाओं को कहना है कि डेढ़ किलोमीटर दूर जाकर मुक्तापुर गांव के हैंड पंप लोगों को पानी के लिए लंबी लाइन में खड़े होकर पानी भरना पड़ता है। जिससे पूरा दिन खराब हो जाता है हम लोग पानी के चक्कर दूसरे काम नहीं कर पाते हैं। पूरा दिन पानी भरने मैं गुजर जाता है। मगर मजबूरन में उसके लिए भी लंबी लाइन लगाकर पानी भरना पड़ता हैं।आसपास के गांव में नल जल योजना के तहत बिछाई गई पाइप लाइन में भरपूर पानी आ रहा है मगर हमारे गांव मादा में आज तक पानी नहीं पहुंच पाया है।
इनका कहना हे –
खेरुआ टोला गांव के ग्रामीण 1 साल से पानी के लिए परेशान हो रहे हैं डेढ़ किलोमीटर तीन रेल पटरिया पार कर महिलाओं को पानी लाने के लिए मजबूर होना पड़ता है हमेशा डर बना रहता है कई ट्रेन ना जाए।
भवानी जाटव जनपद प्रतिनिधि
1 साल पहले गांव में नल जल योजना के तहत पाइपलाइन बिछा दी गई थी बोर भी करवा दिया गया मगर आज तक बोर में ठेकेदार ने मोटर नहीं डलवाई। पाइपलाइन के कई जगह जॉइंट खुल चुके हैं लाइन चालू होने से पहले ही जगह-जगह पाइप खुले पड़े हैं।
भारत सिंह गौड़ खेरुआा निवासी
हमने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत कि है। साथ ही जनपद पंचायत सांची में भी शिकायत की ग्राम पंचायत में कई बार शिकायत कर चुके हैं मगर कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है अगर किसी दिन रेल पटरी पर बड़ी दुर्घटना हो जाएगी तो उसकी जिम्मेदारी कौन की रहेगी।
प्रकाश सिंह गौड़ खेरुआ निवासी