बिजली कटौती का दाैर जारी:तेजी से गिरते भू-जल स्तर के बीच बिजली कटाैती से मुश्किल हुआ मूंग फसल की सिंचाई करना
शिवलाल यादव रायसेन
रायसेन शहर सहित आसपास के गांवों में बिजली कटौती का दाैर जारी है। किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त बिजली नहीं मिल पा रही है। किसान सिंचाई के लिए बिजली आने का इंतजार करते रहते हैं। बिजली नहीं मिलने से किसान अपनी फसलों को लेकर चिंंतित हैं। खेतों में किसानों ने मूंग की फसल बोई है। लेकिन सिंचाई के लिए पर्याप्त बिजली नहीं मिल रही है।
खेतों के सूखे जलस्त्रोत….
खेतों में जलस्त्रोत दिन व दिन सूख रहे हैं। ऐसे में किसान जल्द से जल्द सिंचाई कार्य करना चाहते हैं। ताकि फसल को पानी मिल सके। इस स्थिति में बिजली की अघोषित कटौती किसानों के लिए परेशानी का सबब बनी हुए है। गांव में सिंचाई के लिए पर्याप्त बिजली नहीं मिलने से किसान चिंतित हैं।किसान लगातार बिजली अफसरों के दफ्तरों में चक्कर लगा रहे हैं। बिजली समस्या का असर खेती किसानी पर पड़ रहा है। पर्याप्त बिजली बंद होने से कृषि पंप व बोर से पानी नहीं मिल रहा। इससे सिंचाई कार्य भी प्रभावित हो रहा है।
शहर में भी बिजली संकट, बंद रहा फेस…..
नगर में भी बिजली समस्या गहरा रही है।जिससे नागरिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बिजली कंपनी द्वारा लोड शेडिंग के आदेश जारी किए हैं, जिससे अब परेशानी बढ़ती जा रही है। लोड शेडिंग के नाम पर घंटों बिजली बंद रखी जा रही है। बुधवार को भी नगर के वार्ड 171813,14। में एक फेस 4 घंटे से अधिक समय तक बंद रहा। यह पहली बार नहीं है।
गत दिवस भी वार्ड में यही स्थिति बनी थी। हाल ही में मेंटेनेंस के नाम घंटों बिजली बंद रखी गई। इसके बावजूद यहां समस्या बनी हुई है। मंगलवार को नगर में भी बिजली समस्या देखने को मिली। जहां आम नागरिकों को बिजली के लिए परेशान होना पड़ रहा है। कभी ट्रिपिंग तो कभी फेस नहीं होने के कारण नागरिकों को बिजली समस्याओं के चलते परेशान होना पड़ता है।
6 और 4 घंटे का शेड्यूल तय कर दी जाए बिजली…..
बिजली नहीं मिलने से किसानों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अधिकांश स्थानों पर जलस्त्रोतों में कमी आई है। इसके चलते किसानों ने मांग की है अब अलग-अलग समय पर शेड्यूल बनाकर बिजली दी जाए।
किसान मनोज विश्नाेई, असलम मंसूरी व सुनील गौर पैमत दीपक पटेल सहित अन्य किसानों ने बताया 6 एवं 4 घंटे के शेड्यूल में बिजली दी जाए। ताकि जलस्त्रोतों में पानी एकत्रित हो जाए। तब बिजली उपलब्ध होने पर सिंचाई की जा सके।
फाल्ट व लाे वाेल्टेज की भी बढ़ी समस्या…
अधिकांश ग्रामीण फीडरों पर बिजली की कटौती की शिकायतें मिल रही है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों के अन्य फीडर पर भी यही स्थिति बनी हुई है। इसका खामियाजा किसानों को भी भुगतना पड़ रहा है।
पैमत की नहर का पानी नहीं मिलने से किसान कुएं व ट्यूबवेल से आवश्यकता अनुसार सिंचाई कार्य कर रहे हैं। यहां के कई गांव में बिजली कटौती, लाइन फाल्ट आने व लो वोल्टेज की समस्या के कारण कृषि पंपों का नियमित रूप से संचालन नहीं हो पा रहा है।
समस्या से अधिकारियों को अवगत कराया है…..
शेड्यूल ऊपर से तय किया जाता है। वरिष्ठ कार्यालय को किसानाें की मांग से अवगत करा दिया गया है। एसके पटेल एई ग्रामीण रायसेन