कपड़े उतार डेटॉल से धोई लाश…एक महीने तक वेब सीरीज देख सीखी कत्ल की हर बारीकी, फिर दिया कुणाल हत्याकांड को अंजाम
उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में होटल संचालक के बेटे कुणाल शर्मा के मर्डर केस में चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने इस मामले में कई खुलासे किए हैं. इसी क्रम में कुछ और खुलासे अभी फिर से हुए हैं. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए उन्होंने एक महीने पहले से ही प्लानिंग कर रखी थी. यानि हत्या का फुलप्रूफ प्लान आरोपियों ने बनाया था. उन्होंने बताया कि पुलिस से बचने और शव को ठिकाने लगाने के लिए चारों ने कई वेब सीरीज देखी थीं.
फिर एक वेब सीरीज से उन्हें पता चला था कि शव पर कातिल के फिंगर प्रिंट रह जाते हैं जिससे वह पकड़े जा सकते हैं. इससे बचने के लिए उन्होंने कुणाल के शव को डिटॉल से धोया था. इसके बाद नग्न हालत में शव को नहर में फेंका. ताकि बॉडी पर अगर कोई निशान हों भी तो वो पानी से धुल जाएं.
बता दें, कुणाल होटल मालिक कृष्ण शर्मा का बेटा था. 1 मई को उसका होटल से अपहरण किया गया. फिर 5 मई को कुणाल की लाश बुलंदशहर की नहर से मिली थी. तीन आरोपियों को पुलिस ने बुधवार रात को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया था. जबकि, हत्या में शामिल हरियाणा की लेडी डॉन को अगले दिन गिरफ्तार किया गया.
हत्या की फुलप्रूफ प्लानिंग
आरोपियों ने बताया कि उनका मकसद वारदात को अंजाम देने के बाद सबूत मिटाना और पुलिस से बचाना था. जब उन्हें भरोसा हो गया कि उनकी प्लानिंग बिल्कुल परफेक्ट है, तब उन्होंने वारदात को अंजाम दे डाला. अपहरण करने के तुरंत बाद उन्होंने कुणाल का मुंह और हाथ टेप से बंद कर दिए. जिस गाड़ी का इस्तेमाल किया उस पर फर्जी नंबर प्लेट लगाई, ब्लैक फिल्म चिपकाई और स्टीकर लगाया. इसके बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए ट्रॉली बैग में रखा, जिससे कि कहीं पकड़े जाएं तो लगे कि कपड़ों का बैग है.
ट्रॉली बैग में डालकर फेंका शव
आरोपियों ने बताया कि उन्होंने कुणाल की हत्या के बाद उसके शव को ट्रॉली बैग में डालकर पैक कर दिया था. फिर बाद में उसे बुलंदशहर की नहर में जाकर फेंका. दो दिन तक वे लोग कुणाल के शव को कार की डिग्गी में डाकर नोएडा घूमते रहे थे. आरोपियों ने बताया कि कुणाल की हत्या की वजह पैसों का लेनदेन तो था ही. लेकिन इसी के साथ एक और कारण भी था, जिसके चलते आरोपियों ने कुणाल का पहले अपहरण किया फिर उसे मार डाला. यह कारण था कि कुणाल ने आरोपी हिमांशु को गाली दे दी थी. बस यही बात हिमांशु बर्दाश्त नहीं कर पाया. उधर कुणाल का मौसा (रिश्तेदार) मनोज भी चाहता था कि अगर कुणाल को रास्ते से हटा दिया जाए तो होटल का संचालन उसे मिल जाएगा. बता दें, कुणाल ने ब्याज पर हिमांशु को पैसे दिए थे. जिन्हें वो लौटाना नहीं चाहता था.
नशे का इंजेक्शन लगाया, हुई मौत
बस हिमांशु और मनोज ने एक दूसरे से हाथ मिलाया. इस कांड में हिमांशु ने अपनी लेडी डॉन दोस्त और एक अन्य साथी कुनाल को इस प्लानिंग में शामिल किया. पहले इन सभी ने क्राइम की कई वेब सीरीज देखीं. फिर हत्याकांड का प्लान तैयार किया. उन्होंने 1 मई को हिमांशु को होटल से किडनैप किया. ताकि वो शोर न मचाए, इसके लिए कुणाल को नशे का इंजेक्शन लगा दिया और उसे कार की डिग्गी में डाल दिया. फिर नोएडा के सेक्टर-126 स्थित एक होटल जा पहुंचे. लेकिन तब तक कुणाल की मौत हो गई थी. कुणाल की मौत के बाद आरोपियों ने उसके सिर पर वार करके लाश को ट्रॉली बैग में पैक किया और बुलंदशहर जाकर फेंक दिया.