मुख्यमंत्री से मिलवाने का वायदे से मुकरे मंत्री रामपाल सिंह
बेगमगंज तहसील के कितने गाँव की जमीन डूबेगी क्यों नहीं बता रहे मंत्री
बेगमगंज रायसेन। बीना परियोजना के संबंध में स्थानीय विधायक एवं मंत्री रामपालसिंह राजपूत पर गलत बयान देने तथा सिंचाई विभाग के अधिकारियों से स्थानीय प्रेस को गलत जानकारी देकर डूब प्रभावित किसानों को गुमराह करने का आरोप किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष माधोसिंह पटेल ने लगाया है ।
किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष माधोसिंह पटेल ने प्रेस को जारी बयान में कहा है कि मंत्री रामपाल सिंह राजपूत पहले से ही डूब क्षेत्र के किसानों को गुमराह करते आ रहे हैं । मंत्री जी चार गाँव के डूबने की बात कर रहे हैं लेकिन उन चार गाँव के ना म आज तक नहीं बता पाये । उन्होंने यदि स्कॉट विल्सन इंडिया प्रा लि. द्वारा किये गये सर्वे की रिपोर्ट पढ़ी हो तो उनको पता होना चाहिए की इस सर्वे रिपोर्ट में गावरी के 80 मकान, परासरी खुर्द के 84, ककरूआ के 73, खिरिया पाराशर 22, चाँदामऊ 149, के साथ ही नादनवारा 68, झिरिया 93, खजुरिया 83, बर्री कलां 56, सोठिया 28, खेजरा 23, मडदेवरा 76, परासरी कलां 92, बेलई 43 मकान प्रभावित होना बताया गया है । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान सागर में कहते हैं कि बीना परियोजना से बुन्देलखंड के सवा दो लाख एकड़ जमीन सिंचित होगी ।
जल संसाधन विभाग बीना परियोजना के प्रोजेक्ट प्रभारी पुष्पराजगिरी स्वयं मंत्री के सामने प्रेस से कह रहे हैं कि सागर जिले के 403 गाँव की 90 हजार हेक्टेयर भूमि को रबी फसल की सिंचाई की जाना प्रस्तावित है । आश्चर्यजनक है कि मंत्री के मुताविक केवल चार गाँव की जमीन डूबेगी और सबा दो लाख का रकबा सिंचित हो जायेगा । सिंचाई विभाग के अधिकारी साफ झूठ बोल रहे हैं कि नदी किनारे कुछ जमीन डूबेगी उन्होंने यह क्यों नहीं बताया की डूब क्षेत्र में किसानों के खेतों में पत्थर लगा कर सीमा चिन्ह बना दिए गये हैं ।
माधोसिंह पटेल ने आरोप लगया की मंत्री विधानसभा चुनाव में वोट वटोरने के लिए जल संसाधन विभाग की रोक के वाबजूद डूब प्रभावित क्षेत्र में शिलान्यास के पत्थर लगा रहे हैं । जो की सरकारी धन का दुरूपयोग तो है ही साथ ही आम मतदाता को जानबूझ कर गुमराह कर रहे है । बीना परियोजना के संबंध में मुख्यमंत्री के साथ बैठक करने का बादा करके गये थे लेकिन अब उन्हें समिति से बात करने का भी समय नहीं है ।
मंत्री रामपालसिंह द्वारा डॉ.सुनीलम को बाहरी व्यक्ति बताये जाने पर डॉ.सुनीलम ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि मंत्री मेरे खानदान को अच्छी तरह जानते हुए अनजान बन रहे हैं । वे अपने अधिकारियों से मडखेड़ा टप्पा का मेरा रिकार्ड दिखवा लें, मेरा परिवार कितनी पीढ़ी से रह कर खेती कर रहा है । सेमरी जलाशय में डूबी जमीन का मुआवजा उन्हें अभी दिया गया है ये मंत्री को अपने अधिकारीयों से पूछ लेना चाहिए । मंत्री जी को मुझे बाहरी बताने से पहले अच्छी तरह समझ लेना चाहिए की उन्होंने खुद सिलवानी विधानसभा के लोगों का हक़ मार कर स्वयं सिलवानी विधानसभा क्षेत्र की राजनीति में अतिक्रमण कर रखा है। बेगमगंज क्षेत्र का जागरूक मतदाता और बीना परियोजना प्रभावित किसान ठान लेंगे तो उन्हें आने बाले विधान सभा चुनाव में खदेड़ कर बाहर का रास्ता दिखा देंगे ।
समिति अध्यक्ष माधोसिंह पटेल ने कहा कि किसान संघर्ष समिति ने 5 सितम्बर से तहसील कार्यालय के सामने धरना की घोषणा की थी जिसके कारण बौखलाहट में मंत्री के दबाब में अधिकारीयों ने तहसील परिसर के आसपास जानबूझ कर धारा 144 लगा दी है ।
न्यूज़ सोर्स- माधोसिंह पटेल अध्यक्ष
बीना परियोजना प्रभावित किसान संघर्ष समिति