– भाजपा की इस हार से सबसे ज्यादा नुकसान रमन सिंह कोचुनाव को चुनौती के रूप में लेते हुए सेमीफाइनल बताया था
सुरेन्द्र जैन धरसीवां
खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने शानदार जीत दर्ज की है कांग्रेस को नगरीय ही नहीं बल्कि ग्रामीण खासकर वन क्षेत्र में अच्छी खासी बढ़त मिली। 21 चरणों में हुई मतगणना में केवल 3 चरणों में ही भाजपा को मामूली बढ़त मिली। खैरागढ़ उपचुनाव में मिली जीत के बाद ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दुर्गेश वर्मा ने कहा कि सीएम भूपेश बघेल काका ने मामा शिवराज चौहान के अंहकार को तोड़कर ऐतिहासिक जीत दर्ज की है।
उन्होंने कहा कि खैरागढ़ के लोगों ने राज्य सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों और कार्यक्रमों के प्रति एक बार फिर से अपना विश्वास जताया है। पिछली सरकार ने 9 जिले बनाए थे लेकिन उन्हें वर्ष 2018 के आम चुनाव में केवल मुंगेली को छोड़कर 8 जिलों में करारी हार का सामना करना पड़ा था। वर्मा ने कहा कि यह जीत खैरागढ़ की जनता की जीत है खैरागढ़ की जनता से किया गया वादा सरकार तय समय सीमा में ही पूरा करेगी। भाजपा की इस हार से सबसे ज्यादा नुकसान रमन सिंह को हुआ। उन्होंने इस चुनाव को चुनौती के रूप में लेते हुए सेमीफाइनल बताया था। भाजपा ने प्रदेश के अपने सभी नेताओं के साथ पड़ोसी राज्य के मुख्यमंत्री और दो केंद्रीय मंत्रियों को भी मैदान में उतारा फिर भी हार का सामना करना पड़ा। वर्मा ने कहा कि सदन में कांग्रेस के विधायकों की संख्या 68 से बढ़कर 71 पहुंच गई.